केशवरायपाटन (बूंदी). लाखेरी उपखंड क्षेत्र के चमावली गांव में रविवार को अक्षय तृतीया के मौके पर एक जोड़ा परिणय बंधन में बंध गया. हालांकि इस शादी में कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन पालन किया गया.
जहां पर मंडप में दुल्हा-दूल्हन, दूल्हन के माता-पिता और पंडित नजर आए. इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी नजर आई, जो इस शादी की पूरी निगरानी के लिए मौजूद रही. इस वक्त कोरोना महामारी को लेकर देश में लॉकडाउन चल रहा है. लेकिन अक्षय तृतीया का अबुझ सावा के चलते जिले में दुल्हा-दूल्हन सहित पांच जनों को शादी की अनुमति है. लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए नव दंपति सात फेरों के बंधन में बंध गए.
यह भी पढ़ेंः बूंदी में आखातीज पर होने वाली करीब 600 शादियां रद्द, व्यापारियों को 50 करोड़ का नुकसान
बता दें कि इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के अभयपुरा निवासी किशनलाल मीणा के पुत्र महावीर की शादी 26 अप्रैल को तय हुई थी. लड़के के पिता ने मात्र पांच लोगों का पास बनवाकर थाना लाखेरी के चमावली गांव निवासी नारायण की पुत्री रीना के साथ सोमवार को हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार शादी की रस्में पूरी की. शादी सम्पन्न हुई और विदा करवाकर अपने ग्राम अभयपुरा वापिस आ गए.
शादी में पांच जनाती और पांच बराती ही शामिल हुए. इस संबंध में विवाहित जोड़े ने कहा है कि हम लोगों ने लॉकडाउन का पालन करते हुए शादी की है. यह भी जीवन में एक पहचान बनी रहेगी. दुल्हा-दूल्हन ने कहा कि अगर इस महामारी से बचना है तो लॉकडाउन के नियमों का पालन अवश्य करें. साथ ही देश को इस महामारी से बचाएं. घर में रहें और सुरक्षित रहें.