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मानसूनः भारी बारिश के बाद 'खतरे' के निशान पर नवल सागर व जैतसागर झील - lakes in danger mark at bundi

बूंदी में पिछले 24 घंटे से बारिश का दौर जारी है जिसके चलते नदी नाले उफान पर है. बारिश में पानी की लगातार आवक के बाद शहर की दोनों झीलों में उफान आ गया है.

Flood in bundi, बूंदी में बाढ़ के आसार
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Published : Aug 15, 2019, 9:46 PM IST

बूंदी. जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के बाद नदी नाले उफान पर है. बारिश में पानी की लगातार आवक के बाद शहर की जैतसागर और नवल सागर झील खतरे के निशान पर चल रही हैं. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा दोनों झीलों के गेटों को खोल कर हजारों लीटर पानी की निकासी की गई है.

नवल सागर और जैतसागर झील खतरे के निशान पर

पानी की निकासी से निचले इलाकों में भारी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जैतसागर में लगातार आवक होने से प्रशासन द्वारा झील के 9 गेट खोल दिए गए है. साथ ही बूंदी का गुड़ा बांध लबालब हो गया है और मेज नदी उफान पर आ गई है. प्रशासन ने नवल सागर झील के भी सभी गेट खोल दिए हैं.

पढ़ें- रक्षाबंधन: मुख्तार अब्बास नकवी ने साध्वी निरंजन ज्योति से बंधवाई राखी

वहीं नमाना श्यामू मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया का मार्ग बारिश के बाद बाधित हो गया है. बता दें कि भारी बारिश के चलते यह मार्ग अब तक तीन बार बंद हो चुका है. साथ ही झाली जी का बराना में स्थित मेज नदी पर 4 से 10 फीट तक की पानी की चादर चल रही है जिससे एक दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. भारी बारिश के चलते नमाना इलाके में 4 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. प्रशासन ने लगातार बारिश के चलते 16 अगस्त को जिले के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है और चेतावनी दी गई है कि पानी से दूर रहें. पिछले 24 घंटों से जारी बारिश ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है.

बूंदी. जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के बाद नदी नाले उफान पर है. बारिश में पानी की लगातार आवक के बाद शहर की जैतसागर और नवल सागर झील खतरे के निशान पर चल रही हैं. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा दोनों झीलों के गेटों को खोल कर हजारों लीटर पानी की निकासी की गई है.

नवल सागर और जैतसागर झील खतरे के निशान पर

पानी की निकासी से निचले इलाकों में भारी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जैतसागर में लगातार आवक होने से प्रशासन द्वारा झील के 9 गेट खोल दिए गए है. साथ ही बूंदी का गुड़ा बांध लबालब हो गया है और मेज नदी उफान पर आ गई है. प्रशासन ने नवल सागर झील के भी सभी गेट खोल दिए हैं.

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वहीं नमाना श्यामू मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया का मार्ग बारिश के बाद बाधित हो गया है. बता दें कि भारी बारिश के चलते यह मार्ग अब तक तीन बार बंद हो चुका है. साथ ही झाली जी का बराना में स्थित मेज नदी पर 4 से 10 फीट तक की पानी की चादर चल रही है जिससे एक दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. भारी बारिश के चलते नमाना इलाके में 4 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. प्रशासन ने लगातार बारिश के चलते 16 अगस्त को जिले के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है और चेतावनी दी गई है कि पानी से दूर रहें. पिछले 24 घंटों से जारी बारिश ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है.

Intro:बूंदी में पिछले 24 घंटे से बारिश का दौर जारी है जिसके चलते नदी नाले उफान पर लगातार जारी है । बारिश में पानी की आवक लगातार हो रही है जिससे शहर की दोनों झीले में उफान आ गया है जैतसागर एवं नवल सागर झील खतरे के निशान पर चल रही है जिसे से प्रशासन द्वारा सभी गेटों को खोल दिया गया है ओर हजारो लीटर पानी की निकासी की जा रही है ।


Body:बूंदी में पिछले 24 घंटों से बरसात का दौर जारी है और बारिश के कारण नदी नाले उफानते जा रहे हैं जो कि एक दर्जन नदी उफान पर चल रही है तो शहर की दोनों झीले खतरे के निशान पर चलने से जिला प्रशासन द्वारा दोनों झीलों के गेटो को खोल कर हजारों लीटर पानी की निकासी की जा रही है । पानी की निकासी से निचले इलाकों में भारी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है । दोनों झीलों से निकलने वाले नाले उफान पर है तो सड़के पर भी पानी उफान रहा है । बारिश से बूंदी शहर पानी-पानी हो गया है जैतसागर में लगातार आवक होने से प्रशासन द्वारा पूरे 9 गेटों को खोल दिया गया है । गुड़ा बांध लबालब हो गया है । मेज नदी उफान पर आ गई है। साथ ही नवल सागर झील के सभी दरवाजे प्रशासन द्वारा खोल दिए गए हैं जिससे दूसरे इलाकों में भारी बारिश व पानी से हाहाकार मचा हुआ है। जिले में एक दर्जन नदियां उफान पर चल रही है साथ ही उन नदियों से गुजरने वाले पुल पर पानी की 2 से 4 फीट चादर देखी जा सकती है ।

बूंदी शहर की सड़कों पर तो पानी का कब्जा हो चुका है । बूंदी शहर के बहादुर सिंह सर्किल , बिबनबा रोड ,देवपुरा ,सदर बाजार , ठठेरा बाजार सहित कई इलाकों में पानी फराटे बढ़ रहा है लेकिन वाहन चालक इनमें से आने की हिम्मत नहीं दिखा रहे हैं भारी बारिश से सड़क भी नहीं दिख पा रही है। पानी के तेज बहाव के चलते लोगों के घरो में कैद होने पर मजबूर है।

लगातार 24 घंटे से बारिश में बूंदी जिले की कई नदी नाले उफान पर है तो लोगों की राह भी रोक दी है । नाले उफान पर होने के चलते अब राहगीरों को परेशानी आ रही है। नमाना श्यामू मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया पर पानी आने से मार्ग बाधित हो गया है वही नमाना- बरुन्धन गावँ की पुलिया पर भी पानी आने के चलते रास्ता बंद हो चुका है यहां बीते 20 दिनों से बरसात होने के चलते यह मार्ग तीन बार बंद हो चुका है। श्यामू गांव में चंदा का तालाब में नदी का पानी आने के चलते लोगो के खेत जलमग्न हो गए हैं । वही झाली जी का बराना में स्थित मेज नदी पर 4 से 10 फुट तक की पानी की चादर पुलिया पर चल रही है जिससे एक दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट चुका है । वहीं नमाना इलाके में 4 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट चुका है । दुल्हेपुरा , बरुन्धन , मंगाल सहित आधा दर्जन गांव में पानी ही पानी आ गया है यहां पानी ने चारों तरफ से लोगो को घेर लिया है । जिसके चलते अब गांव में निकलना लोगों के लिए मुश्किल हो गया है । उधर फुल सागर तालाब लबालब होने के चलते फोरलेन पर पानी आ जाने से पास ही में तलाव गांव में भी पानी घुस जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है ।


Conclusion:प्रशासन ने लगातार बारिश के चलते 16 अगस्त को जिले के सभी विद्यालय का अवकाश घोषित कर दिया है और चेतावनी दी है कि पानी से दूर रहें । पिछले 24 घंटों से जारी इस बरसात ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है । हालांकि कई सालों बाद बूंदी में ऐसा दृश्य देखने को मिला है जब लगातार मौसम ने बूंदी पर मेहरबानी दिखाई है और लगातार बारिश की झड़ी बूंदी में लगी हो। लगातार 24 घंटे से भारी बारिश का दौर बूंदी में जा रही है जिससे जिला और शहर की हालात पूरी तरह से खराब हो चुकी है बूंदी शहर व जिले का आधा हिस्सा बाढ़ की चपेट में ।
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