ETV Bharat / state

राजस्थान में यहां नहर का पानी अचानक बंद करने से किसानों में हड़कंप...रखी यह मांग - canal water

टेल क्षेत्र के किसानों ने मुख्य नहर का पानी बंद किए जाने पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप अपना विरोध जताया. उनकी मांग है कि 31 मार्च तक नहर का पानी की अनवरत सप्लाई किया जाए.

किसानों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
author img

By

Published : Mar 7, 2019, 11:06 AM IST


बूंदी. टेल क्षेत्र में प्रशासन की ओर से मुख्य नहर का पानी बंद करने पर नाराज किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं कि अगर नहर का पानी को दोबारा प्रारंभ नहीं किया गया तो उनकी फसलें सूख जाएगी. किसानों ने कहा कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है.
किसानों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि नहरी पानी ही उनकी सिंचाई का प्रमुख स्तोत्र हैं. ऐसे में पानी के बंद हो जाने से उनकी फसलें सूखने की कगार पर हैं. किसानों ने आग्रह किया कि नहर के पानी को 31 मार्च तक सप्लाई की जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो वो आंदोलन करेंगे. ॉ
किसानों ने आरोप लगाया कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है कि जो कि गलत हैं. इससे लहराने वाली फसल अब धीरे-धीरे करके सूखने लगी है.

खटकड टेल के किसान बुधवार को भारी संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए किसान एकता के नारे लगाए और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने सरकारी खरीद केंद्र चालू कराने और बाईं मुख्य नहर के पानी को 31 मार्च तक जारी रखने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन दिया.

undefined


बूंदी. टेल क्षेत्र में प्रशासन की ओर से मुख्य नहर का पानी बंद करने पर नाराज किसानों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं कि अगर नहर का पानी को दोबारा प्रारंभ नहीं किया गया तो उनकी फसलें सूख जाएगी. किसानों ने कहा कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है.
किसानों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि नहरी पानी ही उनकी सिंचाई का प्रमुख स्तोत्र हैं. ऐसे में पानी के बंद हो जाने से उनकी फसलें सूखने की कगार पर हैं. किसानों ने आग्रह किया कि नहर के पानी को 31 मार्च तक सप्लाई की जाए. अगर ऐसा नहीं होता है तो वो आंदोलन करेंगे. ॉ
किसानों ने आरोप लगाया कि बिना सूचना के पानी बंद किया गया है कि जो कि गलत हैं. इससे लहराने वाली फसल अब धीरे-धीरे करके सूखने लगी है.

खटकड टेल के किसान बुधवार को भारी संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए किसान एकता के नारे लगाए और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. किसानों ने सरकारी खरीद केंद्र चालू कराने और बाईं मुख्य नहर के पानी को 31 मार्च तक जारी रखने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन दिया.

undefined
Intro:बूंदी में किसानों ने नहरी पानी की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को आंदोलन की चेतावनी दी है उन्होंने कहा है कि टेल क्षेत्र में 45 दिन गेहूं की फसल को हो गए हैं । लेकिन 3 दिन पूर्व अचानक सीआईडी प्रशासन ने नहरी पानी को बंद कर दिया जिससे लहराने वाली फसल अब धीरे-धीरे करके सूखने लगी है हमारे पास अन्य संसाधन में नहीं है जिससे हम पानी का जुगाड़ कर ले केवल नेहरी पानी की देन से हम हमारी फसल को उपजाते थे लेकिन पानी बंद हो जाने से हमारी फसलें बर्बाद होने के लिए खड़ी हो गई है। उन्होंने जिला कलेक्टर से मांग की है कि 31 मार्च तक हर हाल में 10 छात्र के दर्जनभर गांवों में पानी पानी को शुरू किया जाए जिससे हमारी फसल की पैदावार अच्छी हो सके


Body:खटकड टेल के किसान आज भारी संख्या में जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए किसान एकता के नारे लगाए और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । किसानों ने सरकारी खरीद केंद्र चालू कराने व बाईं मुख्य नहर के पानी को 31 मार्च तक जारी रखने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन दिया। किसानों ने मांग की है कि खटकड़ इलाके के किसानों ने चने, सरसों की फसल तैयार हो चुकी है और बेचने भी लगे हैं सरकार द्वारा सरकारी कांटे अभी तक चालू नहीं करने पर किसानों को मजबूरी में अपनी फसल को मंडी में बेचना पड़ रहा है। जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं, चंबल नदी पानी किसानों के खेतों पर नहीं पहुंचा है। अब चालू किया है जिससे माइनर के अंतिम छोर तक पानी पहुंचने में करीब 20 25 दिन का समय और लगेगा पानी के अभाव में फसल खराब होने की संभावना बनी हुई है उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि 31 मार्च तक नहर चालू रखी जाए जिससे गेहूं की फसल में फायदा होगा।


Conclusion:किसान महेंद्र दोई ने बताया कि सीआईडी प्रशासन ने बिना कारण बताइए 3 दिन पूर्व पानी बंद कर दिया था जिससे हमारी जमीन सूखने लगी है जबकि गेहूं की फसल में जमीन में पानी की संख्या बराबर होना चाहिए लेकिन अचानक पानी बंद कर देने से हमारी फसल पर दोहरी मार पड़ रही है उन्होंने कहा कि अगर हमारी फसलों को बाद नहीं दिया गया तो हम जिला कलेक्टर को आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं क्योंकि हमारे पास आंदोलन के अलावा और कुछ भी रहा नहीं केवलम आंदोलन के सहारे अब नहीं पानी की मांग करेंगे उन्होंने 31 मार्च के तक पानी देने के बाद जिला कलेक्टर को आंदोलन की चेतावनी भी दी है ।

बाईट :- महेन्द्र दोई , किसान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.