बूंदी. जिले में एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इंद्रगढ़ नगर पालिका के सेवानिवृत्त अधिशासी अधिकारी और लिपिक सहित 4 लोगों को फर्जी पट्टा प्रकरण में गिरफ्तार किया है. मामले में अनुसंधान जारी है. एसीबी पुलिस उप अधीक्षक तरुण कांत सोमानी ने बताया कि नगर पालिका इंद्रगढ़ के नेता प्रतिपक्ष कृष्ण कुमार शर्मा और पार्षद गणेश गौतम ने एक परिवाद दिया था. जिसके तहत 2012-13 में सत्यनारायण शर्मा और शंकरलाल माली को नगर पालिका कर्मियों की मिलीभगत से नियम विरुद्ध आवासीय निर्माण के पट्टे जारी किए गए.
जिसके बाद आरोपी भागीरथ पांचाल तात्कालीन EO इन्दरगढ़, आरोपी भीमराज रायका, तात्कालीन LDC इन्दरगढ़ पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो 2014 में परिवाद दर्ज कर जांच तत्कालीन भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस उप अधीक्षक नीरज गुप्ता के द्वारा शुरू किया गया.
अनुसंधान में पाया कि फर्जीवाड़े मे नगर पालिका इंद्रगढ़ के तत्कालीन अधिशासी अधिकारी भागीरथ पांचाल सहित अन्य कार्मिकों द्वारा आपस में मिलीभगत कर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आवेदक सत्यनारायण शर्मा को सिवायचक भूमि जिस पर पूर्व में चूना भट्टा संचालित था, उस पर आवासरत होने का कब्जा बताते हुए नियम विरुद्व आवासीय पट्टा जारी कर अनुचित लाभ पहुंचाया गया.
इसी प्रकार शंकर लाल सैनी को सिवायचक सेटअपार्ट के लिए आरक्षित गैर मुमकीन भूमि, जो केवल सरकारी कार्यालयों के प्रायोजनार्थ पर नियम विरुद्व पट्टा जारी कर दिया गया. दोनों पट्टों में नगर पालिका प्रशासन द्वारा आवेदक सत्यनारायण शर्मा और शंकर लाल सैनी को अनुचित रूप से लाभान्वित करते हुए सरकार को राजस्व हानी पहुंचाई गई. जिस पर उक्त प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध प्रथम दृष्टया अपराध प्रमाणित पाए जाने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने भागीरथ पांचाल तत्कालीन अधिशासी अधिकारी नगर पालिका इंद्रगढ, भीमराज रायका भूमि शाखा लिपिक नगर पालिका इंद्रगढ़ और लाभार्थी सत्यनारायण शर्मा, शंकर लाल सैनी को 27 नवंबर को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी से अनुसंधान जारी है.