ETV Bharat / state

बूंदी: शांति और सौहार्द से निकाला गया ईद मिलादुन्नबी का जुलूस

ईद मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम कैलेण्डर के तीसरे महीने की 12वीं तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रुप में मनाया जाता है. साथ ही इसके तहत जुलूस निकाला जाता है. बूंदी में निकाले गए जुलूस में शांति और सौहार्द देखने को मिला. बच्चों के एक जैसे पहनावे इस जुलूस में चार-चांद लगा रहे थे.

bundi news, ईद मिलादुन्नबी का जुलूस
author img

By

Published : Nov 10, 2019, 8:52 PM IST

बूंदी. ईद मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम समुदाय की ओर से रविवार को जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इसके साथ ही शहर में शानो शौकत से जुलूस भी निकाला गया. इस जश्न के मौके पर घरों और मस्जिदों में एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटने के साथ-साथ कुरान की तिलावत पढ़ी गई. विभिन्न प्रकार की दावत-ए-पकवान बनाए गए. इसके साथ ही मुख्य मस्जिदों में रंग-बिरंगी रोशनी और फूल-मालाओं के साथ सजाया गया. इस पर्व पर जगह-जगह मिलाद-ए-महफिल का आयोजन किया गया. इस दौरान जुलूस में बच्चों का एक जैसा पहनावा का आकर्षण केंद्र बना रहा.

ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में दिखा भाईचारा

बता दें कि ईद मिलादुन्नबी का पर्व पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस जुलूस की शुरुआत मीरा गेट से हुई जो ब्रह्मपुरी, कागजी देवरा, चोमूखा बाजार, चौगान दरवाजा, इंद्रा मार्केट, कोटा रोड होते हुए आजाद पार्क पहुंचा. जहां पर प्रदेश भर से आए मौलानाओं ने हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मिलाद-ए-महफिल पढ़ी गई. जिसमें समुदाय के लोग परिधानों में धार्मिक संदेश के गुंजायमान गीतों के साथ धार्मिक पताकाएं लेकर चल रहे थे. साथ ही पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर लगी रही. जुलूस में कौमी एकता का संदेश देने के लिए कुछ युवक तिरंगा लेकर भी दिखाई दिए.

पढ़ें- बूंदी: अयोध्या मसले पर कौमी एकता का संदेश देते हुए सद्भावना रैली का हुआ आयोजन

शहर काजी गुलाम-ए-गोस ने बताया कि हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर शहर में कौमी एकता की मिसाल देखने को मिला. इस दौरान सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर जुलूस का बड़े ही शांति पूर्वक स्वागत किया. साथ ही बताया कि आज के दिन ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था और आज ही के दिन दुनिया से पर्दा भी ले चुके थे. इसलिए मुस्लिम समाज के लोग इस पर्व को हजरत साहब के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं.

बूंदी. ईद मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम समुदाय की ओर से रविवार को जिलेभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इसके साथ ही शहर में शानो शौकत से जुलूस भी निकाला गया. इस जश्न के मौके पर घरों और मस्जिदों में एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटने के साथ-साथ कुरान की तिलावत पढ़ी गई. विभिन्न प्रकार की दावत-ए-पकवान बनाए गए. इसके साथ ही मुख्य मस्जिदों में रंग-बिरंगी रोशनी और फूल-मालाओं के साथ सजाया गया. इस पर्व पर जगह-जगह मिलाद-ए-महफिल का आयोजन किया गया. इस दौरान जुलूस में बच्चों का एक जैसा पहनावा का आकर्षण केंद्र बना रहा.

ईद मिलादुन्नबी के जुलूस में दिखा भाईचारा

बता दें कि ईद मिलादुन्नबी का पर्व पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इस जुलूस की शुरुआत मीरा गेट से हुई जो ब्रह्मपुरी, कागजी देवरा, चोमूखा बाजार, चौगान दरवाजा, इंद्रा मार्केट, कोटा रोड होते हुए आजाद पार्क पहुंचा. जहां पर प्रदेश भर से आए मौलानाओं ने हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मिलाद-ए-महफिल पढ़ी गई. जिसमें समुदाय के लोग परिधानों में धार्मिक संदेश के गुंजायमान गीतों के साथ धार्मिक पताकाएं लेकर चल रहे थे. साथ ही पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर लगी रही. जुलूस में कौमी एकता का संदेश देने के लिए कुछ युवक तिरंगा लेकर भी दिखाई दिए.

पढ़ें- बूंदी: अयोध्या मसले पर कौमी एकता का संदेश देते हुए सद्भावना रैली का हुआ आयोजन

शहर काजी गुलाम-ए-गोस ने बताया कि हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर शहर में कौमी एकता की मिसाल देखने को मिला. इस दौरान सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर जुलूस का बड़े ही शांति पूर्वक स्वागत किया. साथ ही बताया कि आज के दिन ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था और आज ही के दिन दुनिया से पर्दा भी ले चुके थे. इसलिए मुस्लिम समाज के लोग इस पर्व को हजरत साहब के जन्मदिन के रूप में मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं.

Intro:इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के अवसर पर बूंदी में धूम रही .. यहां पर धारा 144 लागू होने के बाद भी प्रशासन और मुस्लिम समाज के लोगों ने मिलकर इस पर्व को धूमधाम से मनाया । साथ ही हाथों में तिरंगा लेकर मुस्लिम समाज के लोग सड़कों पर चल रहे थे जिससे कौमी एकता की मिसाल इस कार्यक्रम में देखी गई ...


Body:बूंदी - पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्म की खुशी में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मुस्लिम समुदाय की ओर से रविवार को जिलेभर में अक़ीक़द और हर्षोल्लास तथा उमंग के साथ मनाया गया ओर शहर में शानो शौकत से जुलूस निकाला गया। जश्न के मौके पर घरों एवं मस्जिदों में एक दूसरे के साथ खुशियां बांटने तथा कुरान की तिलावत पढ़ी गई । विभिन्न प्रकार की दावत ए पकवान बनाए गए और मुख्य मस्जिदों में रंग बिरंगी रोशनी तथा फूल मालाओं के साथ झालरों से सजाया गया । जगह-जगह मिलाद ए महफिल का आयोजन किया गया। मुस्लिम समुदाय की ओर से सदर पंचों की मौजूदगी में बैंड बाजों के साथ ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला गया इसमें बड़ी संख्या में समुदायों ने जन्मदिन की खुशियां मनाई । जुलूस की शुरुआत मीरा गेट से हुई जो ब्रह्मपुरी ,कागजी देवरा ,चोमूखा बाजार , चौगान दरवाजा होते हुए इंद्रा मार्केट एवं कोटा रोड होते हुए आजाद पार्क पहुंचा जहां पर प्रदेश भर से आए मौलानाओं द्वारा हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर मिलाद ए महफिल पढ़ी गई जिसमें समुदाय के लोगों ने शिरकत की ।

जुलूस में समुदाय के लोग परिधानों में धार्मिक पताकाए लेकर चल रहे थे तो आगे बैंड पर धार्मिक संदेश के गीत गुंजायमान हो रहे थे । वही ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के मौके पर पुलिस सर्तक रही और चप्पे-चप्पे पर तैनात रही। कही पर भी जुलूस के दौरान ऐसी घटना घटित नही हुई जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ी हो शांति पूर्वक जुलूस चलता रहा । जुलूस में कुछ युवक तिरंगा हाथ मे लेकर चल रहे थे जिससे कोमी एकता का संदेश दिखाइ दे रहा था ।

मुस्लिम समाज को प्रशासन ने धारा 144 लागू होने के बाद भी अनुमति दी और समाज ने यहां पर कौमी एकता की मिसाल पेश की एवं जगह जगह शहर में फूल मालाओं के साथ जुलूस का स्वागत किया गया और बैंड बाजों की धुन पर जुलूस चलता हुआ नजर आया।




Conclusion:जुलूस का जगह-जगह स्वागत किया गया । कई जगह पर खाद्यान्न की स्टाल के साथ जलपान की व्यवस्था भी कराई गई जगह-जगह स्वागत द्वार भी बनाए गए । बच्चों का एक जैसा पहनावा का आकर्षण केंद्र बना रहा । यहां समुदाय के लोग पताकाएँ हाथ मे लेकर कतार बद्ध तरीके से चल रहे थे .

शहर काजी गुलाम ए गोस द्वारा ने बताया कि हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर शहर में कौमी एकता की मिसाल देखी गई यहां पर सभी धर्मों के लोगों ने मिलकर जुलूस में शामिल होकर जगह-जगह उनका स्वागत किया तथा भाईचारे का संदेश उन्होंने दिया। उन्होंने बताया कि आज के दिन ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था और आज के दिन हुआ इस दुनिया से पर्दा ले चुके थे । इसलिए मुस्लिम समाज के लोग इस पर्व को हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के पर्व में के रूप में मनाते हैं और खुशियां बांटते हैं ।

बाईट - गुलाम ए गोस , शहर काजी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.