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बूंदी: लापरवाही के चलते अधूरा पड़ा उपतहसील कार्यालय, दो साल में पूरा नहीं हुआ निर्माण कार्य

बूंदी के नैनवां उपखंड क्षेत्र के देई कस्बे में 175 लाख की लागत से बन रहे उपतहसील कार्यालय का निर्माण संवेदक की लापरवाही के चलते अधूरा लटका है. पीडब्ल्यूडी ने साल 2017 में देई की इस उपतहसील कार्यालय का टेंडर प्रक्रिया से टेंडर जारी किया था. लेकिन संवेदक ने निर्धारित तिथि के बाद भी काम पूरा नहीं किया.

Construction of Uptahasil Office, बूंदी न्यूज
लापरवाही के चलते अधूरा पड़ा उपतहसील कार्यालय का निर्माण
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Published : Jan 3, 2020, 10:27 PM IST

बूंदी. जिले के नैनवां क्षेत्र के देई कस्बे में बन रहा उप तहसील भवन संवेदक और अधिकारियों की लापरवाही के चलते दो साल में भी पूरा नहीं हो सका है. पीडब्ल्यूडी के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता आर के लोहमी ने एक निजी फर्म को इसका टेंडर दिया गया था.

लापरवाही के चलते अधूरा पड़ा उपतहसील कार्यालय का निर्माण

जानकारी के मुताबिक उपतहसील भवन का निर्माण कार्य संवेदक की ओर से दिसंबर 2017 मे शुरू किया गया था. लेकिन, इसका निर्माण निर्धारित तिथि तक भी पूरा नहीं हो सका. सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते उपतहसील भवन का निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा है.

पढ़ें- अलवरः विद्युत चोरी के खिलाफ कार्रवाई करने गई टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला

इस मामले में पीडब्ल्यूडी के वर्तमान अधिशाषी अभियंता बहादुर सिंह ने बताया कि संवेदक को बार बार दूरभाष के माध्यम से सूचित करने के असफल प्रयास के बाद अब पहला नोटिस जारी किया गया है. जिस पर संवेदक की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि संवेदक को जल्द एक्स टू का नोटिस जारी किया जाएगा तथा पेनल्टी लगाई जाएगी. अगर इसके बाद भी संवेदक की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो टेंडर को निरस्त कर धरोहर राशि जब्त करते हुए नए टेंडर जारी किए जाएंगे.

घटिया निर्माण पर किया था पाबंद

साल 2017 में नैनवां तहसीलदार ने निर्माणाधीन उपतहसील भवन का निरीक्षण किया था. निरीक्षण में तहसीलदार गजराज सिंह को उपतहसील भवन की नींव और चुनाई में घटिया निर्माण सामाग्री का उपयोग होना पाया गया था. जिस पर तत्कालीन तहसीलदार गजराज सिंह ने संवेदक को पाबंद किया था.

बूंदी. जिले के नैनवां क्षेत्र के देई कस्बे में बन रहा उप तहसील भवन संवेदक और अधिकारियों की लापरवाही के चलते दो साल में भी पूरा नहीं हो सका है. पीडब्ल्यूडी के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता आर के लोहमी ने एक निजी फर्म को इसका टेंडर दिया गया था.

लापरवाही के चलते अधूरा पड़ा उपतहसील कार्यालय का निर्माण

जानकारी के मुताबिक उपतहसील भवन का निर्माण कार्य संवेदक की ओर से दिसंबर 2017 मे शुरू किया गया था. लेकिन, इसका निर्माण निर्धारित तिथि तक भी पूरा नहीं हो सका. सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते उपतहसील भवन का निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा है.

पढ़ें- अलवरः विद्युत चोरी के खिलाफ कार्रवाई करने गई टीम पर ग्रामीणों ने किया हमला

इस मामले में पीडब्ल्यूडी के वर्तमान अधिशाषी अभियंता बहादुर सिंह ने बताया कि संवेदक को बार बार दूरभाष के माध्यम से सूचित करने के असफल प्रयास के बाद अब पहला नोटिस जारी किया गया है. जिस पर संवेदक की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है. उन्होंने कहा कि संवेदक को जल्द एक्स टू का नोटिस जारी किया जाएगा तथा पेनल्टी लगाई जाएगी. अगर इसके बाद भी संवेदक की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो टेंडर को निरस्त कर धरोहर राशि जब्त करते हुए नए टेंडर जारी किए जाएंगे.

घटिया निर्माण पर किया था पाबंद

साल 2017 में नैनवां तहसीलदार ने निर्माणाधीन उपतहसील भवन का निरीक्षण किया था. निरीक्षण में तहसीलदार गजराज सिंह को उपतहसील भवन की नींव और चुनाई में घटिया निर्माण सामाग्री का उपयोग होना पाया गया था. जिस पर तत्कालीन तहसीलदार गजराज सिंह ने संवेदक को पाबंद किया था.

Intro: बूंदी जिले के नैनवा उपखंड क्षेत्र के देई कस्बे मे 175 लाख की लागत से निर्माणाधीन उपतहसील कार्यालय का निर्माण संवेदक की लापरवाही के चलते अधर झूल मे है । कार्यकारी संस्था सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा वर्ष 2017 मे देई की इस उपतहसील कार्यालय का टेंडर प्रक्रिया से टेंडर जारी किया था । लेकिन संवेदक ने दो वर्षों में भी काम पुरा नही किया।Body: बूंदी जिले के नैनवां क्षेत्र के देई कस्बे मे बन रहा उप तहसील भवन संवेदक की लापरवाही व अधिकारियों के आशीर्वाद से दो वर्षों मे भी पुरा नही हुआ।. सर्वाजनिक निर्माण विभाग द्धारा टेंडर शर्तो के अनुसार टेंडर तत्कालीन अधिशाषी अभियंता आर के लोहमी ने शिव शक्ति कंस्ट्रशन कंपनी को दिया गया था। जिस पर उपतहसील भवन का निर्माण कार्य संवेदक द्वारा 11-12-2017 मे शुरू कर दिया गया लेकिन विभाग द्वारा जारी कार्य पूर्ण तिथि 10-08-2018 तक भी कार्य पूर्ण नहीं किया गया । सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते उपतहसील भवन का निर्माण आज भी अधूरा पड़ा है । मामले की जानकारी सार्वजनिक निर्माण विभाग वर्तमान अधिशाषी अभियंता बहादुर सिंह से लेने पर उन्होने बताया की संवेदक को बार बार दूरभाष के माध्यम से सूचित करने के असफल प्रयास के बाद संवेदक को प्रथम नोटिस जारी किया गया था ।जिस पर संवेदक की ओर से कोई जवाब नहीं आया । इसके बाद संवेदक को बहुत जल्द एक्स टू का नोटिस जारी किया जाएगा ओर पेनल्टी भी लगाई जाएगी ।अगर इसके बाद भी संवेदक कोई प्रतिकृया नहीं देता तो टेंडर को निरस्त कर धरोहर राशि जप्त करते हुए नए टेंडर जारी किए जाएँगे ।


विजवल - अधुरा पड़ा उप तहसील भवन
विजवल- संवेदक द्धारा लगया गया निर्माण कार्य करने का बोर्ड

बाईट - बहादुर सिंह अधिशाषी अधिकारी सर्वाजनिक निर्माण विभाग

Conclusion:
घटिया निर्माण पर किया था पाबंद – वर्ष 2017 मे नैनवा तहसीलदार द्वारा निर्माणाधीन उपतहसील भवन का निरीक्षण किया गया था । निरीक्षण में तहसीलदार गजराज सिंह को उपतहसील भवन की निव व चुनाई मे घटिया निर्माण सामाग्री का उपयोग होना पाया गया था ।जिस पर तत्कालीन तहसीलदार गजराज सिंह ने संवेदक को पाबंद किया था ।
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