बूंदी. जिले में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों की परख के लिए ड्राई रन किया जा रहा है. इसमें सभी वैक्सीनेशन साइट्स पर टीकाकरण की रिहर्सल की गई है. जिले की सभी 69 वैक्सीनेशन साइट्स पर ड्राई रन चल रहा है. इसके अंतर्गत चुनिंदा हेल्थ वर्कर्स को पूरे ऑब्जरवेशन के साथ कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा और टीके के बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है.
वहीं, हेल्थ वर्कर्स को टीका लगने के बाद 30 मिनट तक ऑब्जरवेशन रूम में चिकित्सा अधिकारी और नर्सिंग कर्मियों की देखरेख में रखा जा रहा है. जहां टीका लगने के बाद 30 मिनट के अंदर होने वाली किसी भी प्रकार की तकलीफ होने पर बेड, दवाइयां, ऑक्सीजन सिलेंडर सहित हर परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई है. इसके बाद इन चुनिंदा हेल्थवर्कर का 28 दिन बाद दोबारा वैक्सीनेशन किया जाएगा. फ्रंट वर्कर मनीषा शर्मा ने कहा की वेक्सीन का टिका लगाया गया है टिका लगाने के बाद कोई समस्या नहीं हुई और टिका सफल जरूर होगा.
बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने कोविड-19 वैक्सीनेशन के मध्य नजर जिले मे चल रहे वैक्सीनेशन की जानकारी लेने के लिए शहर में स्थित 5 वैक्सीनेशन केंद्रों का निरीक्षण किया. उन्होंने वैक्सीनेशन केंद्रों में सभी व्यवस्था की जानकारी ली. जहां कमियां पाई गई वहां मौके पर ही सुधार करवाया गया और बेहतर व्यवस्थाओं के लिए दिशा निर्देश दिए.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने कोरोना वैक्सीननेशन की निर्धारित गाइडलाइन के मुताबिक वैक्सीनेशन केंद्रों में सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिला अस्पताल रेडक्रॉस भवन, पुलिस लाइन डिस्पेंसरी, रजत गृह डिस्पेंसरी और बालचंद पाड़ा डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया.
बूंदी में कोरोना वैक्सीनेशन आरंभिक चरण में हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है. कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है. पीएमओ प्रभाकर विजय ने भारत सरकार की ओर से जारी जानकारी देते हुए बताया कि पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी साझा की जाएगी. पात्र लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से वैक्सीनेशन और उसके निर्धारित समय के बारे में स्वास्थ्य सेवाओं से सूचित किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसी बीमारियों में से एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियों को एक उच्च जोखिम वाली श्रेणी माना जाता है. उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन कराने की आवश्यकता है. प्रारंभिक चरण में सीमित वैक्सीन की आपूर्ति के कारण, इसे पहले प्राथमिकता वाले समूहों में लोगों को प्रदान किया जाएगा. बाद के चरणों में वैक्सीन अन्य सभी को उपलब्ध कराया जाएगा.
वैक्सीनेशन पूरा करने के लिए 28 दिन के अंदर एक व्यक्ति की ओर से वैक्सीन की 2 खुराक ली जानी चाहिए. कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद आमतौर पर एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर विकसित होता है.