ETV Bharat / state

बूंदी रियासत के पाग दस्तूर का झगड़ा: ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा व उनके पिता पर एफआईआर, वंशवर्धन सिंह के पिता ने दर्ज कराया मुकदमा

author img

By

Published : Jun 8, 2022, 10:56 PM IST

Updated : Jun 8, 2022, 11:45 PM IST

बूंदी के राजा और पाग कार्यक्रम को लेकर कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा न्यायालय में पेश किए गए इस्तगासे के आधार पर हुआ है जिसमें पगड़ी दस्तूर कर अपने आप को राजा बताने वाले ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा और उनके पिता विजयराज सिंह मालकपुरा (FIR against Brigadier Bhupesh Hada and his father) पर मुकदमा दर्ज किया गया है.

Dispute of Pag Dastur of Bundi princely state
ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा व उनके पिता पर एफआईआर

कोटा. हाड़ा वंश की सबसे पुरानी रियासत बूंदी के पूर्व राजा और पाग कार्यक्रम को लेकर कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा न्यायालय में पेश किए गए इस्तगासे के आधार पर हुआ है. जिसमें पगड़ी दस्तूर कर अपने आप को राजा बताने वाले ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा और उनके पिता विजयराज सिंह मालकपुरा पर मुकदमा (FIR against Brigadier Bhupesh Hada and his father) दर्ज किया गया है. इसमें धोखाधड़ी कर फर्जी और अवैध पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप लगाया है.

इसकी शिकायत बूंदी के 26वें पूर्व राजा के रूप में पाग धारण करने वाले वंशवर्धन सिंह के पिता बलभद्र सिंह ईश्वरी निवास बूंदी ने दर्ज करवाया है. पुलिस ने भी इस संबंध में धोखाधड़ी सहित अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. बलभद्र सिंह ने एफआईआर में बताया है कि वे बूंदी के पूर्व महाराव कर्नल बहादुर सिंह के छोटे भाई केसरी सिंह के पुत्र हैं. महाराव बहादुर सिंह का 1977 में स्वर्गवास हो चुका है. बहादुर सिंह की मृत्यु के बाद उनके एकमात्र पुत्र रणजीत सिंह सामाजिक परंपराओं और मर्यादाओं के अनुरूप बूंदी रियासत की राजगद्दी पर नशीन हुए थे. पूर्व महाराजा रणजीत सिंह का स्वर्गवास 7 जनवरी 2010 को हो गया.

पढ़ें. Bundi News: ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा को पहनाई गई बूंदी की पाग, निकली राजशाही जुलूस

उनके निजी रिश्तेदार में बहादुर सिंह की एक पुत्री महेंद्रा कुमारी और भांजे भंवर जितेंद्र सिंह अलवर हैं. पूर्व महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु के बाद पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सका. इसका कार्य भंवर जितेंद्र सिंह, निकटतम राजघराने के पूर्व महाराजा कोटा बृजराज सिंह, बूंदी रियासत के प्रमुख ठिकानेदार व जागीरदारों को यह संपन्न करना था. यह प्राचीन परंपरा के अनुसार पाग दस्तूर होता है. जबकि ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा और उनके पिता विजय राज सिंह मालकपुरा पर आरोप लगाया है कि उनका बूंदी राजघराने से 13 से 14 पीढ़ी से किसी तरह का कोई संबंध नहीं है. आरोप है कि इसके बावजूद विजयराज सिंह के पुत्र ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा ने अनुचित लाभ प्राप्त करने की नियत से मिथ्या तथ्यों के आधार पर स्वयं को राजा घोषित करने का प्रयास किया. उन्होंने स्वयं को पूर्व महाराजा रणजीत सिंह का उत्तराधिकारी के रूप में पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित कर लिया.

पढ़ें. जानिये कौन हैं ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा..जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर लहराया था बूंदी रियासत का झंडा, अब कहलाएंगे 26वें महाराव राजा

बता दें कि पहले ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा ने पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित किया था. इसे अलवर के पूर्व राज परिवार के पूर्व नरेश और पूर्व मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह सहित अन्य ने गलत बताया था. इसके बाद भंवर जितेंद्र सिंह और अन्य लोगों की सहमति से बूंदी रियासत का पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें बूंदी के पूर्व राजा के रूप में वंशवर्धन सिंह के नाम पाग बांधी गई थी. ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा एनएसजी कमांडो है. यह एवरेस्ट पर बूंदी रियासत के झंडा लेकर गए थे.

बूंदी रियासत के प्रति आस्था रखने वालों की भावना आहत करने का आरोपः दर्ज एफआईआर के अनुसार बलभद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि 11 दिसम्बर 2021 को पुलिस अधीक्षक बूंदी के समक्ष परिवाद पेश किया था. लेकिन उस परिवाद पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. अनाधिकृत रूप से एक मंदिर पर फर्जी रूप से पूर्व महाराजा रणजीत सिंह की पगड़ी बताकर स्वयं के नाम बांधकर दस्तूर का आयोजन किया. यह गलत और अवैध है. इसके साथ ही बूंदी शहर में भी उन्होंने पाग बांधने का एक जुलूस निकाला. बूंदी की प्राचीन कालीन रियासत की पगड़ी का प्रदर्शन किया गया, जिससे रियासत के प्रति आस्था रखने वाले की भावना आहत हुई है.

कोटा. हाड़ा वंश की सबसे पुरानी रियासत बूंदी के पूर्व राजा और पाग कार्यक्रम को लेकर कोतवाली थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. यह मुकदमा न्यायालय में पेश किए गए इस्तगासे के आधार पर हुआ है. जिसमें पगड़ी दस्तूर कर अपने आप को राजा बताने वाले ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा और उनके पिता विजयराज सिंह मालकपुरा पर मुकदमा (FIR against Brigadier Bhupesh Hada and his father) दर्ज किया गया है. इसमें धोखाधड़ी कर फर्जी और अवैध पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप लगाया है.

इसकी शिकायत बूंदी के 26वें पूर्व राजा के रूप में पाग धारण करने वाले वंशवर्धन सिंह के पिता बलभद्र सिंह ईश्वरी निवास बूंदी ने दर्ज करवाया है. पुलिस ने भी इस संबंध में धोखाधड़ी सहित अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. बलभद्र सिंह ने एफआईआर में बताया है कि वे बूंदी के पूर्व महाराव कर्नल बहादुर सिंह के छोटे भाई केसरी सिंह के पुत्र हैं. महाराव बहादुर सिंह का 1977 में स्वर्गवास हो चुका है. बहादुर सिंह की मृत्यु के बाद उनके एकमात्र पुत्र रणजीत सिंह सामाजिक परंपराओं और मर्यादाओं के अनुरूप बूंदी रियासत की राजगद्दी पर नशीन हुए थे. पूर्व महाराजा रणजीत सिंह का स्वर्गवास 7 जनवरी 2010 को हो गया.

पढ़ें. Bundi News: ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा को पहनाई गई बूंदी की पाग, निकली राजशाही जुलूस

उनके निजी रिश्तेदार में बहादुर सिंह की एक पुत्री महेंद्रा कुमारी और भांजे भंवर जितेंद्र सिंह अलवर हैं. पूर्व महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु के बाद पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम संपन्न नहीं हो सका. इसका कार्य भंवर जितेंद्र सिंह, निकटतम राजघराने के पूर्व महाराजा कोटा बृजराज सिंह, बूंदी रियासत के प्रमुख ठिकानेदार व जागीरदारों को यह संपन्न करना था. यह प्राचीन परंपरा के अनुसार पाग दस्तूर होता है. जबकि ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा और उनके पिता विजय राज सिंह मालकपुरा पर आरोप लगाया है कि उनका बूंदी राजघराने से 13 से 14 पीढ़ी से किसी तरह का कोई संबंध नहीं है. आरोप है कि इसके बावजूद विजयराज सिंह के पुत्र ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा ने अनुचित लाभ प्राप्त करने की नियत से मिथ्या तथ्यों के आधार पर स्वयं को राजा घोषित करने का प्रयास किया. उन्होंने स्वयं को पूर्व महाराजा रणजीत सिंह का उत्तराधिकारी के रूप में पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित कर लिया.

पढ़ें. जानिये कौन हैं ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा..जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर लहराया था बूंदी रियासत का झंडा, अब कहलाएंगे 26वें महाराव राजा

बता दें कि पहले ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा ने पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित किया था. इसे अलवर के पूर्व राज परिवार के पूर्व नरेश और पूर्व मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह सहित अन्य ने गलत बताया था. इसके बाद भंवर जितेंद्र सिंह और अन्य लोगों की सहमति से बूंदी रियासत का पगड़ी दस्तूर कार्यक्रम आयोजित हुआ. जिसमें बूंदी के पूर्व राजा के रूप में वंशवर्धन सिंह के नाम पाग बांधी गई थी. ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा एनएसजी कमांडो है. यह एवरेस्ट पर बूंदी रियासत के झंडा लेकर गए थे.

बूंदी रियासत के प्रति आस्था रखने वालों की भावना आहत करने का आरोपः दर्ज एफआईआर के अनुसार बलभद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि 11 दिसम्बर 2021 को पुलिस अधीक्षक बूंदी के समक्ष परिवाद पेश किया था. लेकिन उस परिवाद पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. अनाधिकृत रूप से एक मंदिर पर फर्जी रूप से पूर्व महाराजा रणजीत सिंह की पगड़ी बताकर स्वयं के नाम बांधकर दस्तूर का आयोजन किया. यह गलत और अवैध है. इसके साथ ही बूंदी शहर में भी उन्होंने पाग बांधने का एक जुलूस निकाला. बूंदी की प्राचीन कालीन रियासत की पगड़ी का प्रदर्शन किया गया, जिससे रियासत के प्रति आस्था रखने वाले की भावना आहत हुई है.

Last Updated : Jun 8, 2022, 11:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.