बूंदी. जिले में शुक्रवार से वन्यजीवों की गणना शुरू हो गई है. 2 दिनों तक यहां पर रामगढ़ अभयारण्य और वन मंडल में वन्यजीवों की गणना की जाएगी. जिले के रामगढ़ अभयारण्य में 18 जगहों पर और वन मंडल में 11 जगहों पर वन्यजीवों की गणना की जा रही है. इन गणना के दौरान पैंथर, नीलगाय और मोरों की संख्या वन विभाग के कर्मचारियों को अधिक पाई गई है.
रामगढ़ अभयारण्य और वन मंडल में शुक्रवार को वन विभाग के कर्मचारियों ने वन्यजीवों की गणना करने का काम किया. कर्मचारियों ने सुबह 8 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक वन्यजीवों की गणना की. रामगढ़ अभ्यारण्य में 18 पॉइंट और वन मंडल में 11 पॉइंट पर जयपुर सहायक कर्मचारी और बूंदी वन कर्मचारियों ने ये गणना की. यहां पर सुबह वन विभाग के कर्मचारियों को मोर और नीलगाय नजर आई. वहीं, दोपहर होने तक कई पक्षी विभाग को दिखे. शाम को कुछ जगहों पर पैंथर मिलने से विभाग ने खुशी जाहिर की है. वहीं, वन विभाग शनिवार को भी रामगढ़ अभयारण्य और वन मंडल में वन्यजीवों की गणना करेगा. उसके बाद जिले के वन्यजीवों के आंकड़े घोषित किए जाएंगे.
बूंदी रेंजर नीरज जैन ने बताया कि, रामगढ़ अभयारण्य में 1 दिन की वन्यजीवों की गणना पूरी कर ली गई है. शनिवार को भी इसी तरह गणना की जाएगी. गणना के दौरान मोर, नीलगाय, पैंथर सहित अन्य वन्य जीव पाए गए हैं. वन्यजीवों की गणना करने के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर हर साल कर्मचारी लगे रहते हैं और इलाके में कहां-कहां वन्य जीव का किस तरीके से मूवमेंट है, उस के हिसाब से व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाती हैं.
बता दें कि, बूंदी का रामगढ़ अभ्यारण्य में बड़ी तादाद में वन्य जीव पाए जाते हैं. यहां पर बड़ी मात्रा में पैंथर, चीतल, लंगूर, मादा जरख, मोर, नीलगाय और हिरण सहित कई प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं. वन विभाग भी इनकी सुरक्षा को लेकर काफी प्रयास करता है. वहीं, इस बार रामगढ़ अभ्यारण्य के अंदर काफी लंबे समय से एक बाघ का मूवमेंट भी बना हुआ है, लेकिन उसे वन्यजीवों की गणना में शामिल नहीं किया जाएगा.