बूंदी. चोरी, लूट व डकैती के मामलों का खुलासा नहीं होने पर केशोरायपाटन की विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया था. उनके साथ करीब 3 दर्जन लोग भी थे, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के बूंदी जिला अध्यक्ष छीतरलाल राणा, मंडल अध्यक्ष केशोरायपाटन लोकेश बागड़ा, सुरेश गुर्जर और मुकेश मीणा शामिल थे. ऐसे में बूंदी जिले की कापरेन पुलिस ने करीब 20 जनों के खिलाफ नामजद और 15 अन्य के खिलाफ केशोरायपाटन थाना पुलिस ने मुकदमा 9 नवंबर की रात को दर्ज कर (Case against Chandrakanta Meghwal in Bundi) लिया. इसमें राजकार्य सहित अन्य धाराएं जोड़ी गई हैं.
यह मुकदमा खुद पुलिस ने ही दर्ज करवाया है. कापरेन एसएचओ मुकेश कुमार यादव का कहना है कि विधायक मेघवाल का इस एफआईआर में नाम होने के चलते सीआईडी सीबी को जांच के लिए भेजा जाना है. इसके लिए एफआईआर को बूंदी पुलिस ने पुलिस हेडक्वार्टर भेज दिया है. मामले के अनुसार कापरेन निवासी दीपक शर्मा और किरण शर्मा के घर पर करीब 1 महीने पहले चोरी हो गई थी. 25 लाख रुपए से ज्यादा के आभूषण और नकदी चोरी के इस मामले में पुलिस खुलासा नहीं कर पाई थी. इसी मामले को लेकर दीपक शर्मा और किरण शर्मा 6 नवंबर को कापरेन थाने पर पहुंची थी. जहां पर उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.
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इस दौरान विधायक मेघवाल भी वहां पहुंची थी. इसके बाद अगले दिन 7 नवंबर को विधायक मेघवाल दोपहर 12 बजे से लेकर रात 12 बजे तक एमएलए मेघवाल 12 घंटे तक टंकी पर रही थी. उन्होंने पुलिसकार्मिकों को सस्पेंड करने और चोरी व लूट के मामलों का जल्द ही खुलासा करने की मांग रखी थी. उन्होंने मौके पर एसपी और कलेक्टर को भी बुलाने की मांग की थी. देर रात को एडीएम और एडिशनल एसपी के समझाने पर वह टंकी से नीचे उतरी थीं. हालांकि मुकदमे में किरण शर्मा और उनके पति दीपक शर्मा का नाम पुलिस ने नहीं जोड़ा है. चोरी के मामले में भी पुलिस अभी तक कोई खुलासा नहीं कर पाई है.