बूंदी. देश में लगातार कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. जिस वजह से पूरे देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन जारी है. लेकिन कई जगह ऐसी है जहां लॉकडाउन का उल्लंघन भी हो रहा है. इसी बीच बूंदी में बुधवार को सुबह से ही बसों से मजदूरों का पहुंचना जारी है. सुबह जोधपुर से 3 बसें बूंदी आईं थीं, जहां पर पुलिस ने इन मजदूरों में सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए उनकी स्क्रीनिंग करवाई थी.
इसी बीच जैसलमेर और उसके आसपास के इलाकों से फिर मजदूर बूंदी पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि जैसलमेर से बस बूंदी के लिए रवाना हुई थी, तभी नाके पर पुलिस के जवानों ने बस को रुकवा लिया और बस चालक से कहा कि वह बस सीधा अस्पताल लेकर जाएं. वहां पर इन मजदूरों की स्क्रीनिंग करवाकर ही इन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में छोड़े. लेकिन जैसे ही बस लंका गेट इलाके पर पहुंची तो यहां पर सभी मजदूरों को बस चालक ने उतार दिया और फरार हो गया. आसपास के लोगों ने जब मजदूरों की भीड़ को देखा तो कोतवाली थाना पुलिस को मामले की सूचना दी.
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सूचना पाकर कोतवाली और सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी मजदूरों से बात की, जहां पर मजदूरों ने बताया कि बस चालक ने अस्पताल ले जाने के बहाने उन्हें यहां पर छोड़कर फरार हो गया. पुलिस ने मौके पर चिकित्सा विभाग को सूचना देकर सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग करना शुरू कर दिया. इन मजदूरों में महिला, पुरुष और बच्चे शामिल हैं जो बूंदी के ही निवासी हैं. यह मजदूर जैसलमेर इलाके में किसी फैक्ट्री और आसपास के इलाकों में मजदूरी करने का काम करते थे. वहां पर धंधा खत्म हो जाने के बाद से यह लोग परेशान थे जिसके बाद इन्हें प्रशासन की ओर से बूंदी के लिए रवाना करवाया गया.
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लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की बसों में पूरी तरह से धज्जियां उड़ती हुई नजर आ रही थी. बस में 50 लोगों के बैठने की जगह पर 70 से अधिक मजदूर बस में आए थे. फिलहाल इन मजदूरों का भी प्रशासन की ओर से मेडिकल मुआयना करवा लिया गया हैं. सभी मजदूरों को अपने-अपने इलाके में छुड़वाया जा रहा है और सभी मजदूरों से प्रशासन ने अपील की है कि वह अपने घर पर ही रहे.