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बूंदी: नाले से अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर संघर्ष समिति के सदस्यों ने नगर परिषद पर किया प्रदर्शन - बूंदी नगर परिषद पर प्रदर्शन

बूंदी जिले में नाले से अतिक्रमण नहीं हटाए जाने को लेकर संघर्ष समिति के लोगों ने नगर परिषद कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इस दौरान भारी संख्या पुरुष और महिलाएं मौजूद रहे.

बूंदी अतिक्रमण खबर, Bundi encroachment news
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Published : Nov 18, 2019, 7:26 PM IST

बूंदी. जिले में सोमवार को संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने अतिक्रमण से पूर्ण मुक्त पक्का नाला बनाने की मांग को लेकर नगर परिषद में प्रदर्शन किया. जिसमें बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल रहीं. बता दें कि पिछले दिनों भारी बारिश के चलते बूंदी के कई इलाके जलमग्न हो गए थे.

अतिक्रमण हटाने को लकेर लोगों ने किया प्रदर्शन

युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि विगत 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी ,जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल ,पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय ,गणेश बाग ,देवपुरा रोड बरसाती नाले के सही से निकास नहीं होने के कारण पूरे 3 दिन तक पानी में लोग रहे थे. इसी के कारण इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.

पढ़ें. जालोर का मौखातरा गांव बना नई ग्राम पंचायत, ग्रामीणों ने जाहिर की खुशी

उन्होंने बताया कि नगर परिषद की लापरवाही से शहर के सबसे बड़े नाले पर अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई. 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हुए मांगली नदी इलाके में खत्म होता है. नेत बताया कि इस नाले में अतिक्रमण जमा होने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. जिसके चलते आम जनता परेशान है.

उन्होंने कहा कि नाले से जैतसागर एवं नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है. जिसके कारण जब दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आया तो पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हो गया. जिसके चलते करीब 20 कॉलोनियां इसकी चपेट में आ गई. रुपेश ने बताया कि कई बार नाले का सर्वे किया गया. उसके बाद सर्वे रिपोर्ट प्रभारियों ने जिला कलेक्टर को सौंपी. जिसमें करीब 10 किलोमीटर के नाले पर दो सौ से अधिक अतिक्रमण की बात सामने आई.

इस मामले में जिला कलेक्टर की ओर से नगर परिषद को सात दिन में नाले से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. पर समय पर अतिक्रमण न हटाए जाने पर लोगों ने नगर परिषद के कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया.

बूंदी. जिले में सोमवार को संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने अतिक्रमण से पूर्ण मुक्त पक्का नाला बनाने की मांग को लेकर नगर परिषद में प्रदर्शन किया. जिसमें बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल रहीं. बता दें कि पिछले दिनों भारी बारिश के चलते बूंदी के कई इलाके जलमग्न हो गए थे.

अतिक्रमण हटाने को लकेर लोगों ने किया प्रदर्शन

युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि विगत 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी ,जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल ,पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय ,गणेश बाग ,देवपुरा रोड बरसाती नाले के सही से निकास नहीं होने के कारण पूरे 3 दिन तक पानी में लोग रहे थे. इसी के कारण इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.

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उन्होंने बताया कि नगर परिषद की लापरवाही से शहर के सबसे बड़े नाले पर अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई. 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हुए मांगली नदी इलाके में खत्म होता है. नेत बताया कि इस नाले में अतिक्रमण जमा होने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. जिसके चलते आम जनता परेशान है.

उन्होंने कहा कि नाले से जैतसागर एवं नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है. जिसके कारण जब दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आया तो पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हो गया. जिसके चलते करीब 20 कॉलोनियां इसकी चपेट में आ गई. रुपेश ने बताया कि कई बार नाले का सर्वे किया गया. उसके बाद सर्वे रिपोर्ट प्रभारियों ने जिला कलेक्टर को सौंपी. जिसमें करीब 10 किलोमीटर के नाले पर दो सौ से अधिक अतिक्रमण की बात सामने आई.

इस मामले में जिला कलेक्टर की ओर से नगर परिषद को सात दिन में नाले से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. पर समय पर अतिक्रमण न हटाए जाने पर लोगों ने नगर परिषद के कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया.

Intro:बूंदी के आधे हिस्से में 3 माह पूर्व आई बाढ़ के बाद इलाके के बाढ़ ग्रस्त लोगों की मांगे की जो शहर से निकल रहे 10 किलोमीटर का नाला है उसका अतिक्रमण हटाया जाए इसको लेकर पिछले 2 माह दिनों से प्रशासन और बाढ़ ग्रस्त लोगों में गतिरोध बना हुआ है । आज बड़ी संख्या में लोगों ने नगर परिषद मर प्रदर्शन किया ओर अतिक्रमण हटाने की मांग की है । उधर आयुक्त ने एक माह पूर्व अतिक्रमण हटाने का आश्वासन लोगो को लिखित मे दिया था जो आज पूरा नही हुआ इस पर लोग प्रदर्शन करने पहुचे । यही नही ईटीवी भारत के सवालों पर आयुक्त ने पलहड़ा झाड़ लिया ।



Body:बूंदी। 72 फीट के जैतसागर से बरसाती नाला अतिक्रमण से पूर्ण मुक्त होकर पक्का नाला बनाए जाने की मांग को लेकर अतिक्रमण मुक्त अभियान संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने आज नगर परिषद में बड़ी संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों ने प्रदर्शन किया । युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि विगत 15 अगस्त को स्वतंत्र दिवस पर रक्षाबंधन के दिन बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी ,जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल ,पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय ,गणेश बाग ,देवपुरा रोड बरसाती नाले के सही से निकास नहीं होने के कारण पूरे 3 दिन तक पानी में लोग रहे थे ।इसी के कारण इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की खाद्य सामग्री से लेकर अन्य सामग्रियों में पानी के साथ साथ जीव जंतु के बीच रात गुजारी थी ।

यहां पर नगर परिषद की लापरवाही सामने आई क्योंकि शहर के सबसे बड़े नाले पर अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हुए मांगली नदी इलाके में खत्म होता है । ऐसे में जैतसागर एवं नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है। इस नाले पर करीब 200 से ज्यादा मकान व स्कूल बने हुए हैं । नाले पर अतिक्रमण जवाहर कॉलोनी ,महावीर कॉलोनी ,पुलिस लाइन ,शास्त्री नगर , देवपुरा ताल अतिक्रमण है। नाले पर लोगों ने अतिक्रमण के चलते अपनी पानी दीवारे खड़ी कर रखी है। नाला कही 5 फिट तो कही 10 फिट चौड़ा व 10 फीट गहरा गया है । नगर परिषद ने अतिक्रमण करने वालो को सह दे रखी है । यहां पर कब्जे करने वाले लोगों ने प्लाट काटकर लोगों को बेचना शुरू कर दिया है उसी के चलते नाले की चौड़ाई 40 फिट रह गयी । ऐसे में जब दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आया तो पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हुआ और ईलाका जलमग्न हो गया । इससे ज्यादा 20 कॉलोनी इस बाढ़ की चपेट में आ गई और करीब 20000 से ज्यादा लोग इस बाढ़ की चपेट में रहे । महावीर कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, शास्त्री नगर कॉलोनी , गणेश नगर की कॉलोनी में पानी भर गया था । नगर परिषद के अधिकारियों व पटवारी तथा कानूनगो के साथ मिलकर नाले पर हो रहे अतिक्रमण का सर्वे करवाया था । करीब 2 दिनों तक यहां पर सर्वे चला उसके बाद सर्वे रिपोर्ट प्रभारियों ने जिला कलेक्टर को सौंप दी है । ऐसे में करीब 10 किलोमीटर के नाले पर दो सौ से अधिक अतिक्रमण की बात सामने आई। अतिक्रमण है जो करीब 100 से 200 की तादाद में है । अगर नाले पर अतिक्रमण हट जाएगा तो बूंदी शहर का आधा हिस्सा बाढ़ की चपेट में नहीं आएगा । करीब राजस्व रिकॉर्ड में 72 फिट के नाले को 72 फिट स्थापित का कर दिया जाए ऐसी उन्होंने मांग रखी ।




Conclusion:पहले भी लोगो ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जहां अतिक्रमण हटाओ संघर्ष समिति और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई जिसमें जिला प्रशासन ने जैतसागर के नाले के सभी अतिक्रमण को सात दिवस में सर्वे कराकर चिन्हित कर लिया गया था । 30 सितंबर तक जिला कलेक्टर ने अतिक्रमण हटाने को नगर परिषद को आदेश दिए थे लेकिन नगर परिषद ने कोई ध्यान नही दिया । फिर लोग प्रदर्शन पहुचे तो 18 नवम्बर को अतिक्रमण हटाने की बात प्रशासन से हुई थी इस पर आज दिन तक अतिक्रमण नही हटा तो फिर से लोग प्रदर्शन करने पहुचे ओर आयुक्त ने कल जिला कलेक्टर से अंतिम वार्ता करने की बात कही तब जाकर लोग शांत हुए । लोगो ने कहा है अब आर पार की लड़ाई ही होगी और अतिक्रमण हटाकर ही मानेगे ।

बाईट - रूपेश शर्मा , युवा नेता
बाईट - कृति कुमावत , आयुक्त


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