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बूंदीः 4 महीने से लापता कांस्टेबल का खंडहर में मिला कंकाल, प्रेम प्रसंग के चलते हत्या

बूंदी में 4 महीने से लापता पुलिस कांस्टेबल की गुत्थी आखिरकार पुलिस ने सुलझा ली है. कांस्टेबल प्रेम प्रसंग के चलते हत्या का शिकार हो गया. रिश्ते में लगने वाली साली ने दोस्त के साथ मिलकर कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की हत्या कर दी और सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने में खंडहरनुमा किले में उसके शव को दफना दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस कांस्टेबल अभिषेक का शव खंडर में मिला, Abhishek missing for 4 months
लापता कांस्टेबल का कंकाल मिला
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Published : Dec 19, 2019, 3:40 PM IST

बूंदी. शहर के कोतवाली थाने में 4 महीने से लापता हुए बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा का सवाई माधोपुर जिले के खंडहरनुमा बोली किले में कंकाल मिला है. यहां पर पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को जमीन से बाहर निकाला और कांस्टेबल अभिषेक शर्मा के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

लापता कांस्टेबल का कंकाल मिला

बताया जा रहा है,कि कांस्टेबल की रिश्ते में लगने वाली साली श्यामा शर्मा और उसके दोस्त नावेद ने कांस्टेबल की हत्या की थी और उसे सवाईमाधोपुर जिले के बोली महल में दफना दिया. बूंदी और बोली की पुलिस ने कांस्टेबल की प्रेमिका और उसके दोस्त की निशानदेही पर जमीन से सड़ा गला शव निकलवाया और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

बता दें, कि बूंदी शहर के बिबनवा रोड निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा 11 साल पहले बूंदी पुलिस में भर्ती हुआ था. वह पुलिस लाइन में तैनात था और कुछ दिन पहले कोतवाली में रहते हुए अचानक गायब हो गया था. वह घर से 28 अगस्त को यह कहकर निकला था, कि वह ड्यूटी पर जा रहा है, लेकिन ना तो ड्यूटी पर पहुंचा और ना घर लौटा.

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परिवार ने तलाशने के बाद 5 सितंबर को कोतवाली में अभिषेक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. रिपोर्ट में अभिषेक के ससुराल पक्ष और उसकी प्रेमिका श्यामा शर्मा को गायब करने का संदेह जताया गया था. श्यामा शर्मा और अभिषेक शर्मा की पत्नी की बुआ की बेटी है. पुलिस जांच में अभिषेक की श्यामा शर्मा के साथ करीबी संबंधों की बात पुख्ता हो गई थी. पुलिस ने युवती से पूछताछ की तो उसने उसके साथी के साथ मिलकर अभिषेक की हत्या की बात कबूली और पुलिस उनकी निशानदेही पर सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने के महल में शव की तलाश में पहुंची. जहां जमीन में शव को दफनाया हुआ था.

वारदात का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया, कि इस वारदात में अहम बात यह थी, कि आखिर इन जीजा-साली के बीच संपर्क कहां हुआ. जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले बोली निवासी श्यामा अपनी मामा की बेटी के ससुराल में रहने के लिए बूंदी आई थी. वहां पर आने के कुछ समय बाद ही युवती और उसकी बहन के पति अभिषेक के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. पत्नी को शक होने पर वह अपनी इस बहन बुआ की लड़की को लेकर वहां से पिहर के लिए रवाना हो गई.

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बाद में बहन को उसके भाई के साथ बोली भेज दिया गया. विवाद ज्यादा होने पर पति, पत्नी और उनके परिजनों के खिलाफ सवाईमाधोपुर महिला थाने में परिवार भी दिया गया था. बाद में मामला शांत हो गया, लेकिन पति-पत्नी के बीच संबंध सामान्य नहीं हो पाए. इस दौरान पत्नी पीहर में ही रह रही थी और उधर जीजा- साली लगातार संपर्क में रहे और समय-समय पर मिलते रहे.

मृतक अभिषेक अक्सर बोली आता-जाता रहता था और कई बार अपनी साली और सास के घर पर ही रहता था, लेकिन अपनी दूसरी बुआ सास और मौसी के यहां नहीं जाता था. इन दोनों के संबंध में लोगों के शक के दायरे में आने लगे. ऐसे में बूंदी पुलिस ने भी अवैध संबंध की बात के पहलू पर काम करना शुरू किया और पूरी वारदात को खोला.

मृतक के कपड़े 3 महीने पहले बोली इलाके के बांध पर खून से लथपथ कोतवाली थाना पुलिस को मिले थे, लेकिन पुलिस को इतना बड़ा सबूत मिलने के बाद भी पुलिस अभिषेक की बरामदगी नहीं कर पाई थी. लेकिन पुलिस ने साली और उसके दोस्त पर संदेह जताया तो पुलिस ने कई बार पूछताछ भी की. लेकिन पुलिस उनसे आरोप का खुलासा नहीं करा सकी. पुलिस लगातार टेक्निकल मापदंडों पर काम करती रही और आखिरकार पुलिस ने इस हत्या का खुलासा कर दिया.

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इस मामले में रिश्ते में लगने वाली साली को और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश भी किया गया. जहां पर पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की रिमांड मांगी. इस पर कोर्ट ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड दी है. पुलिस अभी पूरी वारदात में काम में लिया जाने वाला फोन और कहां-कहां अभिषेक और साली मिलती थी. इन सब पहलुओं पर आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी खुलासा करेगी.

बूंदी. शहर के कोतवाली थाने में 4 महीने से लापता हुए बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा का सवाई माधोपुर जिले के खंडहरनुमा बोली किले में कंकाल मिला है. यहां पर पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को जमीन से बाहर निकाला और कांस्टेबल अभिषेक शर्मा के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

लापता कांस्टेबल का कंकाल मिला

बताया जा रहा है,कि कांस्टेबल की रिश्ते में लगने वाली साली श्यामा शर्मा और उसके दोस्त नावेद ने कांस्टेबल की हत्या की थी और उसे सवाईमाधोपुर जिले के बोली महल में दफना दिया. बूंदी और बोली की पुलिस ने कांस्टेबल की प्रेमिका और उसके दोस्त की निशानदेही पर जमीन से सड़ा गला शव निकलवाया और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

बता दें, कि बूंदी शहर के बिबनवा रोड निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा 11 साल पहले बूंदी पुलिस में भर्ती हुआ था. वह पुलिस लाइन में तैनात था और कुछ दिन पहले कोतवाली में रहते हुए अचानक गायब हो गया था. वह घर से 28 अगस्त को यह कहकर निकला था, कि वह ड्यूटी पर जा रहा है, लेकिन ना तो ड्यूटी पर पहुंचा और ना घर लौटा.

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परिवार ने तलाशने के बाद 5 सितंबर को कोतवाली में अभिषेक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. रिपोर्ट में अभिषेक के ससुराल पक्ष और उसकी प्रेमिका श्यामा शर्मा को गायब करने का संदेह जताया गया था. श्यामा शर्मा और अभिषेक शर्मा की पत्नी की बुआ की बेटी है. पुलिस जांच में अभिषेक की श्यामा शर्मा के साथ करीबी संबंधों की बात पुख्ता हो गई थी. पुलिस ने युवती से पूछताछ की तो उसने उसके साथी के साथ मिलकर अभिषेक की हत्या की बात कबूली और पुलिस उनकी निशानदेही पर सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने के महल में शव की तलाश में पहुंची. जहां जमीन में शव को दफनाया हुआ था.

वारदात का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया, कि इस वारदात में अहम बात यह थी, कि आखिर इन जीजा-साली के बीच संपर्क कहां हुआ. जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले बोली निवासी श्यामा अपनी मामा की बेटी के ससुराल में रहने के लिए बूंदी आई थी. वहां पर आने के कुछ समय बाद ही युवती और उसकी बहन के पति अभिषेक के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. पत्नी को शक होने पर वह अपनी इस बहन बुआ की लड़की को लेकर वहां से पिहर के लिए रवाना हो गई.

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बाद में बहन को उसके भाई के साथ बोली भेज दिया गया. विवाद ज्यादा होने पर पति, पत्नी और उनके परिजनों के खिलाफ सवाईमाधोपुर महिला थाने में परिवार भी दिया गया था. बाद में मामला शांत हो गया, लेकिन पति-पत्नी के बीच संबंध सामान्य नहीं हो पाए. इस दौरान पत्नी पीहर में ही रह रही थी और उधर जीजा- साली लगातार संपर्क में रहे और समय-समय पर मिलते रहे.

मृतक अभिषेक अक्सर बोली आता-जाता रहता था और कई बार अपनी साली और सास के घर पर ही रहता था, लेकिन अपनी दूसरी बुआ सास और मौसी के यहां नहीं जाता था. इन दोनों के संबंध में लोगों के शक के दायरे में आने लगे. ऐसे में बूंदी पुलिस ने भी अवैध संबंध की बात के पहलू पर काम करना शुरू किया और पूरी वारदात को खोला.

मृतक के कपड़े 3 महीने पहले बोली इलाके के बांध पर खून से लथपथ कोतवाली थाना पुलिस को मिले थे, लेकिन पुलिस को इतना बड़ा सबूत मिलने के बाद भी पुलिस अभिषेक की बरामदगी नहीं कर पाई थी. लेकिन पुलिस ने साली और उसके दोस्त पर संदेह जताया तो पुलिस ने कई बार पूछताछ भी की. लेकिन पुलिस उनसे आरोप का खुलासा नहीं करा सकी. पुलिस लगातार टेक्निकल मापदंडों पर काम करती रही और आखिरकार पुलिस ने इस हत्या का खुलासा कर दिया.

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इस मामले में रिश्ते में लगने वाली साली को और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश भी किया गया. जहां पर पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की रिमांड मांगी. इस पर कोर्ट ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड दी है. पुलिस अभी पूरी वारदात में काम में लिया जाने वाला फोन और कहां-कहां अभिषेक और साली मिलती थी. इन सब पहलुओं पर आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी खुलासा करेगी.

Intro:बूंदी में 4 माह से लापता बूंदी पुलिस का कांस्टेबल प्रेम प्रसंग के चलते हत्या का शिकार हो गया । यहां पर उसके रिश्ते में लगने वाली साली ने दोस्त से मिल कर कांस्टेबल अभिषेक शर्मा की हत्या कर दी और सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने में खंडर नुमा किले में उसके शव को दफना दिया फिर पुलिस ने निशानदेही पर शव को वापस निकाला तो कंकाल के रूप में पुलिस को बरामद हुआ। इस पर पुलिस ने पुलिस कांस्टेबल की रिश्ते में लगने वाली साली व उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है और यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग के चलते हुआ है। लेकिन सवाल यह उठता है कि बूंदी पुलिस के कांस्टेबल के मामले को सुलझाने में चार माह पुलिस को लग गए लेकिन कांस्टेबल तो मिला लेकिन वह भी मुर्दा ?


Body:बूंदी के कोतवाली थाने में 4 महीने से लापता हुए बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा का सवाई माधोपुर जिले के खंडर नुमा बोली किले में कंकाल मिला है। यहां पर पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को जमीन से बाहर निकाला और कांस्टेबल अभिषेक शर्मा के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा । जानकारी के अनुसार कांस्टेबल की रिश्ते में लगने वाली श्यामा शर्मा और उसके दोस्त नावेद ने कांस्टेबल की हत्या की थी और उसे सवाई माधोपुर जिले के बोली महल में दफना दिया बूंदी और बोली कि पुलिस ने कांस्टेबल की प्रेमिका और उसके दोस्त की निशानदेही पर जमीन से सड़ा गला शव निकलवाया और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया ।

आपको बता दें कि बूंदी शहर के बिबनवा रोड निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा 11 साल पहले बूंदी पुलिस में भर्ती हुआ था वह पुलिस लाइन में तैनात था और कुछ दिन पहले उसे कोतवाली में रहते हुए अचानक से वह गायब हो गया था । वह घर से 28 अगस्त को यह कहकर निकला था कि वह ड्यूटी पर जा रहा है लेकिन ना तो ड्यूटी पर पहुंचा ना घर पर लौटा । परिवार ने तलाशने के बाद 5 सितंबर को कोतवाली में अभिषेक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई । रिपोर्ट में अभिषेक के ससुराल पक्ष व उसकी प्रेमिका श्यामा शर्मा अभिषेक को गायब करने के संदेह जताया गया था । श्यामा शर्मा अभिषेक शर्मा की पत्नी की बुआ की बेटी है । पुलिस जांच में अभिषेक ने बोली कि श्यामा शर्मा के साथ करीबी संबंधों की बात पुख्ता हो गई थी पुलिस ने युवती से पूछताछ की तो उसने उसके साथी के साथ मिलकर अभिषेक की हत्या की बात कबूली और पुलिस उनकी निशानदेही पर सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने के महल में शव को तलाश में पहुंची जहां जमीन मैं शव को दफनाया हुआ था ।

वारदात का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया कि इस वारदात में हम बात यह थी कि आखिर इन जीजा साली के बीच संपर्क कहां हुआ। जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले बोली निवासी उक्त लड़की अपनी मामा की बेटी ममेरी बहन के ससुराल में रहने के लिए बूंदी आई थी। वहां पर आने के कुछ समय बाद ही युवती व उसकी बहन के पति अभिषेक के बीच नज़दीकियां बढ़ गई। पत्नी को शक होने पर वह अपनी इस बहन बुआ की लड़की को लेकर वहां से पिहर के लिए रवाना हो गई । बाद में बहन को उसके भाई के साथ बोली भेज दिया गया । विवाद ज्यादा होने पर पति व पत्नी एवं उनके परिजनों के खिलाफ सवाईमाधोपुर महिला थाने में परिवार भी दिया गया था । बाद में मामला शांत हो गया लेकिन पति पत्नी के बीच संबंध सामान्य नहीं हो पाए । इस दौरान पत्नी पियर में ही रह रही थी और उधर जीजा- साली लगातार संपर्क में रहे और समय-समय पर मिलते रहे । मृतक अभिषेक अक्सर बोली आता जाता रहता था और कई बार अपनी साली - विधवा व सास के घर पर ही रहता था लेकिन अपनी दूसरी बुआ सास और मौसी के यहां नहीं जाता था । इन दोनों के संबंध में लोगों के शक के दायरे में आने लगे ऐसे में बूंदी पुलिस ने भी अवैध संबंध की बात के पहलू पर काम करना शुरू किया और यह पूरी वारदात को खोला

मृतक के कपड़े 3 माह पहले बोली इलाके के बांध पर खून से लतपत कोतवाली थाना पुलिस को मिले थे लेकिन पुलिस को इतना बड़ा सबूत मिलने के बाद भी पुलिस अभिषेक की बरामदगी नहीं कर पाई थी । लेकिन पुलिस ने साली व उसके दोस्त पर संदेह जताया तो पुलिस ने कई बार पूछताछ भी की लेकिन पुलिस उन से आरोप खुला नहीं सकी लेकिन पुलिस लगातार टेक्निकल मापदंडों पर काम करती रही और आखिरकार पुलिस ने इस हत्या के खुलासे कर दिया ।


Conclusion:मृतक का ननिहाल सवाई माधोपुर रेलवे कॉलोनी में है उधर मृतक की पत्नी सवाई माधोपुर तहसील क्षेत्र के जटवाड़ा गांव की रहने वाली है । इस कारण उसका पूरा परिवार ससुराल पक्ष में ही रहता है । इसी प्रकार बोली जहां पर पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया वहां पर मृतक की दो बुआसास एक मौसी भी रहती है यहां पर मृतक की आधे से ज्यादा रिश्तेदार रहते हैं । इस कारण जिसने भी इस वारदात में मृतक की साली व उसके प्रेमी का का हाथ होने की बात सुनी वह सब सुन रहे गए ।

इस मामले में रिश्ते में लगने वाली साली को और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और आज उन्हें कोर्ट में पेश भी किया गया जहां पर पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की रिमांड मांगी इस पर कोर्ट ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड दी है जिनसे पुलिस और भी बरामद की करना बाकी है । पुलिस अभी पूरी वारदात में काम में ले जाने वाला फोन व कहां-कहां अभिषेक व साली मिलती थी इन सब पहलुओं पर पुलिस इन आरोपियों से और भी मामले में खुलासा करेगी ।

उधर मृतक अभिषेक की मां का रो-रोकर बुरा हाल है पहले ही उसके पुत्र का चार माह तक पता नहीं लगा और आस लगाए बैठी मां को अचानक से यह खबर आई कि उसके बेटे का शव एक खंडर नुमा में कंकाल के रूप में बरामद हुआ है तो मां बिलख बिलख कर रोने लगी और कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगी ।

लेकिन जो भी हो सवाल यह है कि बूंदी पुलिस अपने ही विभाग के कांस्टेबल की बरामदगी करने में 4 माह तक इधर उधर कार्यवाही करने में लगा दिए और अभिषेक का 4 माह पूर्व ही अभिषेल का कत्ल हो गया था ।

बाईट- सतनाम सिंह , एएसपी , बूंदी
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