बूंदी. शहर के कोतवाली थाने में 4 महीने से लापता हुए बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा का सवाई माधोपुर जिले के खंडहरनुमा बोली किले में कंकाल मिला है. यहां पर पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को जमीन से बाहर निकाला और कांस्टेबल अभिषेक शर्मा के कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
बताया जा रहा है,कि कांस्टेबल की रिश्ते में लगने वाली साली श्यामा शर्मा और उसके दोस्त नावेद ने कांस्टेबल की हत्या की थी और उसे सवाईमाधोपुर जिले के बोली महल में दफना दिया. बूंदी और बोली की पुलिस ने कांस्टेबल की प्रेमिका और उसके दोस्त की निशानदेही पर जमीन से सड़ा गला शव निकलवाया और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
बता दें, कि बूंदी शहर के बिबनवा रोड निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा 11 साल पहले बूंदी पुलिस में भर्ती हुआ था. वह पुलिस लाइन में तैनात था और कुछ दिन पहले कोतवाली में रहते हुए अचानक गायब हो गया था. वह घर से 28 अगस्त को यह कहकर निकला था, कि वह ड्यूटी पर जा रहा है, लेकिन ना तो ड्यूटी पर पहुंचा और ना घर लौटा.
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परिवार ने तलाशने के बाद 5 सितंबर को कोतवाली में अभिषेक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. रिपोर्ट में अभिषेक के ससुराल पक्ष और उसकी प्रेमिका श्यामा शर्मा को गायब करने का संदेह जताया गया था. श्यामा शर्मा और अभिषेक शर्मा की पत्नी की बुआ की बेटी है. पुलिस जांच में अभिषेक की श्यामा शर्मा के साथ करीबी संबंधों की बात पुख्ता हो गई थी. पुलिस ने युवती से पूछताछ की तो उसने उसके साथी के साथ मिलकर अभिषेक की हत्या की बात कबूली और पुलिस उनकी निशानदेही पर सवाई माधोपुर जिले के बोली थाने के महल में शव की तलाश में पहुंची. जहां जमीन में शव को दफनाया हुआ था.
वारदात का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतनाम सिंह ने बताया, कि इस वारदात में अहम बात यह थी, कि आखिर इन जीजा-साली के बीच संपर्क कहां हुआ. जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले बोली निवासी श्यामा अपनी मामा की बेटी के ससुराल में रहने के लिए बूंदी आई थी. वहां पर आने के कुछ समय बाद ही युवती और उसकी बहन के पति अभिषेक के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. पत्नी को शक होने पर वह अपनी इस बहन बुआ की लड़की को लेकर वहां से पिहर के लिए रवाना हो गई.
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बाद में बहन को उसके भाई के साथ बोली भेज दिया गया. विवाद ज्यादा होने पर पति, पत्नी और उनके परिजनों के खिलाफ सवाईमाधोपुर महिला थाने में परिवार भी दिया गया था. बाद में मामला शांत हो गया, लेकिन पति-पत्नी के बीच संबंध सामान्य नहीं हो पाए. इस दौरान पत्नी पीहर में ही रह रही थी और उधर जीजा- साली लगातार संपर्क में रहे और समय-समय पर मिलते रहे.
मृतक अभिषेक अक्सर बोली आता-जाता रहता था और कई बार अपनी साली और सास के घर पर ही रहता था, लेकिन अपनी दूसरी बुआ सास और मौसी के यहां नहीं जाता था. इन दोनों के संबंध में लोगों के शक के दायरे में आने लगे. ऐसे में बूंदी पुलिस ने भी अवैध संबंध की बात के पहलू पर काम करना शुरू किया और पूरी वारदात को खोला.
मृतक के कपड़े 3 महीने पहले बोली इलाके के बांध पर खून से लथपथ कोतवाली थाना पुलिस को मिले थे, लेकिन पुलिस को इतना बड़ा सबूत मिलने के बाद भी पुलिस अभिषेक की बरामदगी नहीं कर पाई थी. लेकिन पुलिस ने साली और उसके दोस्त पर संदेह जताया तो पुलिस ने कई बार पूछताछ भी की. लेकिन पुलिस उनसे आरोप का खुलासा नहीं करा सकी. पुलिस लगातार टेक्निकल मापदंडों पर काम करती रही और आखिरकार पुलिस ने इस हत्या का खुलासा कर दिया.
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इस मामले में रिश्ते में लगने वाली साली को और उसके दोस्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और गुरुवार को उन्हें कोर्ट में पेश भी किया गया. जहां पर पुलिस ने कोर्ट से आरोपियों की रिमांड मांगी. इस पर कोर्ट ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड दी है. पुलिस अभी पूरी वारदात में काम में लिया जाने वाला फोन और कहां-कहां अभिषेक और साली मिलती थी. इन सब पहलुओं पर आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी खुलासा करेगी.