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बूंदी: भीषण गर्मी में वन विभाग की घोर लापरवाही, जंगलों में इस बार सूखी पड़ी पानी की खेली

बूंदी में वन विभाग की इस भीषण गर्मी में घोर लापरवाही सामने आई है. बता दें कि वन विभाग की ओर से हर साल जंगलों में खेलियों में पानी भरवाया जाता था, लेकिन इस बार वन विभाग की ओर से कोई व्यवस्था नहीं करवाई गई. वहीं, दूसरी तरफ वन विभाग दावा कर रहा है कि कोई भी पाने की खेली खाली नहीं है.

Bundi Forest Department negligence,  Bundi Forest Department
बूंदी वन विभाग की लापरवाही
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Published : Jun 9, 2020, 9:51 PM IST

बूंदी. पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस के साथ-साथ भीषण गर्मी का दौर भी जारी है. बूंदी जिले में दोपहर का तापमान 44 से 45 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन बूंदी में वन्यजीवों के लिए इस बार वन विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं करवाई है.

Bundi Forest Department negligence,  Bundi Forest Department
सूखी पड़ी पानी की खेली

बता दें कि बूंदी के घने जंगलों में हर वर्ष वन विभाग की ओर से पानी की खेलियों में पानी भरवाया जाता है, जिससे वन्य जीव पानी के लिए दर-दर नहीं भटकते हैं और पानी के खेली से ही पानी पीकर अपनी प्यास बुझा लेते हैं. लेकिन ईटीवी भारत की रियलिटी चेक में फूल सागर रोड, दलेलपुरा रोड पर पानी की खेली सूखी पाई गई और सभी खेलों में मिट्टी भरी हुई थी.

भीषण गर्मी में बूंदी वन विभाग की घोर लापरवाही

पढ़ें- बजरी माफिया के SDM के ड्राइवर की हत्या करने पर बोले सचिन पायलट, होनी चाहिए कठोर कार्रवाई

वहीं, वन विभाग के अधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं है. वन विभाग दावा कर रहा है कि बूंदी के जंगलों में स्थित पानी की खेली विभाग की ओर से समय-समय पर भरवाई जाती है. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इस बार भी पानी की खेलियों को भरवाया गया है. बूंदी के क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले बारिश होने के चलते पानी के खेलियों को नहीं भरवाया गया है. उनका कहना है कि ऐसी कोई खेली नहीं है जो सूखी हुई हो. जबकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में विभाग की ओर से किया गया दावा साफ खोखला साबित हुआ.

प्रत्येक वर्ष देखा जाता है कि पानी नहीं मिलने के चलते कई वन्य जीव शहरों और गांवों की तरफ बढ़ जाते हैं. इस दौरान कई बार वन्यजीव की ओर से हमले की भी खबर सामने आती है. इसके बाद भी वन विभाग की ओर से वन्यजीव के लिए कोई व्यवस्था नहीं करवाई जाती है.

बूंदी. पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस के साथ-साथ भीषण गर्मी का दौर भी जारी है. बूंदी जिले में दोपहर का तापमान 44 से 45 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन बूंदी में वन्यजीवों के लिए इस बार वन विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं करवाई है.

Bundi Forest Department negligence,  Bundi Forest Department
सूखी पड़ी पानी की खेली

बता दें कि बूंदी के घने जंगलों में हर वर्ष वन विभाग की ओर से पानी की खेलियों में पानी भरवाया जाता है, जिससे वन्य जीव पानी के लिए दर-दर नहीं भटकते हैं और पानी के खेली से ही पानी पीकर अपनी प्यास बुझा लेते हैं. लेकिन ईटीवी भारत की रियलिटी चेक में फूल सागर रोड, दलेलपुरा रोड पर पानी की खेली सूखी पाई गई और सभी खेलों में मिट्टी भरी हुई थी.

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वहीं, वन विभाग के अधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं है. वन विभाग दावा कर रहा है कि बूंदी के जंगलों में स्थित पानी की खेली विभाग की ओर से समय-समय पर भरवाई जाती है. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इस बार भी पानी की खेलियों को भरवाया गया है. बूंदी के क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले बारिश होने के चलते पानी के खेलियों को नहीं भरवाया गया है. उनका कहना है कि ऐसी कोई खेली नहीं है जो सूखी हुई हो. जबकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में विभाग की ओर से किया गया दावा साफ खोखला साबित हुआ.

प्रत्येक वर्ष देखा जाता है कि पानी नहीं मिलने के चलते कई वन्य जीव शहरों और गांवों की तरफ बढ़ जाते हैं. इस दौरान कई बार वन्यजीव की ओर से हमले की भी खबर सामने आती है. इसके बाद भी वन विभाग की ओर से वन्यजीव के लिए कोई व्यवस्था नहीं करवाई जाती है.

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