बूंदी. पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस के साथ-साथ भीषण गर्मी का दौर भी जारी है. बूंदी जिले में दोपहर का तापमान 44 से 45 डिग्री तक पहुंच जाता है. लेकिन बूंदी में वन्यजीवों के लिए इस बार वन विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं करवाई है.
बता दें कि बूंदी के घने जंगलों में हर वर्ष वन विभाग की ओर से पानी की खेलियों में पानी भरवाया जाता है, जिससे वन्य जीव पानी के लिए दर-दर नहीं भटकते हैं और पानी के खेली से ही पानी पीकर अपनी प्यास बुझा लेते हैं. लेकिन ईटीवी भारत की रियलिटी चेक में फूल सागर रोड, दलेलपुरा रोड पर पानी की खेली सूखी पाई गई और सभी खेलों में मिट्टी भरी हुई थी.
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वहीं, वन विभाग के अधिकारी इस बात को मानने को तैयार नहीं है. वन विभाग दावा कर रहा है कि बूंदी के जंगलों में स्थित पानी की खेली विभाग की ओर से समय-समय पर भरवाई जाती है. वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि इस बार भी पानी की खेलियों को भरवाया गया है. बूंदी के क्षेत्रीय वन अधिकारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले बारिश होने के चलते पानी के खेलियों को नहीं भरवाया गया है. उनका कहना है कि ऐसी कोई खेली नहीं है जो सूखी हुई हो. जबकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में विभाग की ओर से किया गया दावा साफ खोखला साबित हुआ.
प्रत्येक वर्ष देखा जाता है कि पानी नहीं मिलने के चलते कई वन्य जीव शहरों और गांवों की तरफ बढ़ जाते हैं. इस दौरान कई बार वन्यजीव की ओर से हमले की भी खबर सामने आती है. इसके बाद भी वन विभाग की ओर से वन्यजीव के लिए कोई व्यवस्था नहीं करवाई जाती है.