बूंदी. शहर के बाहरली बूंदी इलाके में एक युवती की सरकारी बोरिंग में पानी भरते समय अचानक स्टार्टर में करंट आने से दर्दनाक मौत हो गई. जिसके बाद परिजन और मोहल्ले वासी मृतका को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर कोतवाली ने शव को अपने कब्जे में ले लिया. वहीं आक्रोशित परिजनों और मोहल्ले वासियों ने घटना का विरोध जताते हुए जलदाय विभाग की लापरवाही बताते हुए परिजनों के आर्थिक मदद की मांग की और जिला मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए. परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया. जिसके बाद कोतवाली थाना पुलिस ने जिला प्रशासन को सूचना दी.
जिसके बाद विद्युत विभाग के अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक युवती के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया तब जाकर परिजन माने. जानकारी के अनुसार जल दाय विभाग घरों में जल की आपूर्ति नहीं कर पा रहा है इसी के चलते आज डिंपल रेगर अपने घर से पानी का बर्तन लेकर पानी भरने सरकारी बोरिंग पर गई थी, यहां पर जैसे ही उसने पानी की मोटर का स्टार्टर बटन शुरू किया, तो डिंपल रेगर करंट के झटके से गिर गई और उसकी मौके पर मौत हो गई. युवती को लोगों ने जिला अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
क्षेत्रवासियों ने जलदाय विभाग की लापरवाही बताते हुए मुआवजे की मांग की. इस इलाके में करीब 5 साल से यह समस्या बनी हुई है. अभी 3 दिन पहले ही क्षेत्र के लोगों ने विधायक के आवास पर और जलदाय विभाग के ऑफिस में हंगामा करते हुए पानी की मांग की थी. वहीं समाज के लोग एकत्रित हुए तो उन्होंने जिला मोर्चरी के बाहर धरना लगा दिया और जिला मोर्चरी के मुख्य गेट पर ताला लगा कर बैठ गए. लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की जिसके बाद प्रशासन ने उनकी मांगे जिला प्रशासन तक पहुंचाई जहां पर करीब ₹500000 के मुआवजे के आश्वासन के बाद परिजन माने और शव का पोस्टमार्टम करवाया.