केशवरायपाटन(बूंदी). सावन बीतने के बाद भी अच्छी बारिश न होने के कारण लोगों को निराशा हो रही थी. लेकिन कुछ दिनों की बरसात से रविवार को चम्बल नदी उफना गई. भादो में भारी बारिश से केशवरायपाटन शहर सहित कापरेन थाना क्षेत्र के रोटेदा कस्बे से होकर बह रही चम्बल नदी का जलस्तर इन दिनों बढ़ गया है. जानकारी के मुताबिक चम्बल के तटीय इलाके में कालीसिंध नदी से इसका जुड़ाव भी है.
ऐसे में बारिश के कारण कालीसिंध नदी में भारी मात्रा हो रही पानी की आवक का असर चम्बल नदी में भी देखने को मिल रहा है. चम्बल नदी उल्टी दिशा में बह रही है जिससे स्टेट हाईवे-37 'ए' पर स्थित पुलिया डूब गई है. इससे रोटेदा-मंडावरा मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया है.
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भारी बरसात के बाद केशवरायपाटन शहर सहित इलाके से होकर बह रही चम्बल नदी का जलस्तर रविवार को तेजी से बढ़ा. कोटा-बैराज से की जा रही पानी की निकासी और डाउनस्ट्रीम एरिया में कालीसिंध नदी में पानी बढ़ने से चम्बल नदी उल्टी बहने लगी है. इससे चम्बल नदी का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. कापरेन थाना क्षेत्र के रोटेदा कस्बे से होकर बह रही चम्बल नदी का जलस्तर बढ़ने से स्टेट हाईवे-37 'ए' रोटेदा-मंडावरा के बीच बनी पुलिया जलमग्न हो गई. इससे मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है. जलस्तर इतना बढ़ गया है कि चंबलेश्वर महादेव मंदिर का शिखर तक डूब गया है. पुलिया के ऊपर से करीब पंद्रह से बीस फीट पानी बह रहा है.
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प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए यहां निगरानी के लिए पुलिस के जवान लगा दिए हैं. नदी के समीप किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है. जानकारी के लिए बता दें कि गत वर्ष चम्बल नदी के आसपास ऊपरी इलाके में भारी बरसात के चलते डाउनस्ट्रीम इलाके में बाढ़ आ गई थी. इससे सैकड़ों मकान तबाह हो गए थे. गनीमत है कि इस बार स्टेट हाईवे-37 'ए' की पुलिया ही डूबी है. यह सड़क कोटा-बूंदी जिलों को जोड़ती हुई राजस्थान को सीधे मध्यप्रदेश से लिंक करती है. ऐसे में पुलिया डूबने से सैकड़ों की तादाद में गुजरने वाले वाहन का आवागमन ठप हो गया है.