बूंदी. जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण अस्पताल में हालत दयनीय हो गए है. अस्पताल में बेड नहीं है और ऑक्सीजन की कमी है, स्टाफ की कमी है. जिसके चलते यहां भर्ती होने आ रहे मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है. वही वैक्सीनेशन सेंटरों में भी वैक्सीन नहीं मिलने के चलते लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है. यहां मंगलवार को रेड क्रॉस भवन की बात की जाए तो स्टाफ नहीं होने के चलते वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और लोगों ने प्रशासन की इस व्यवस्था पर आक्रोश जताया है.
जिसको लेकर बूंदी भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधिमंडल जिला महामंत्री सुरेश अग्रवाल के नेतृत्व में जिला कलेक्टर से मिले. जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को 4 सूत्री मांग पत्र सौंपा है. जिसमें उन्होंने मांग की है कि जिला अस्पताल में जिले भर से आने वाले सभी मरीजों को भर्ती किया जाए. साथ ही स्टाफ की कमी को पूरा किया किया जाए, बेड पर्याप्त मात्रा में हो, ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित किया जाए और किसी भी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं किया जाए.
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी प्रशासन को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया है, लेकिन फिर भी ढिलाई बरती जा रही है. बता दें कि जिले में ढाई हजार के करीब एक्टिव केस बने हुए हैं. कुल 6000 केसों में से 3500 के करीब रिकवर किए जा चुके हैं. वहीं, 100 से अधिक लोगों की कोरोना के संक्रमण के चलते जान भी जा चुकी है.
इसके अलावा बूंदी अस्पताल में करीब 150 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बनाए हुए हैं. जिनमें से 50 से अधिक मरीजों को हाई रिक्स जोन में ऑक्सीजन दी जा रही है. लगातार जिले के सामान्य अस्पताल में मरीजों की संख्या में इजाफा होने के चलते व्यवस्थाएं डगमगा दी गई है. उधर, महामारी रेड अलर्ट पखवाड़े के तहत जिले में सख्ती बरती जा रही है. जहां मंगलवार को जिला प्रशासन ने जिले के विभिन्न उपखण्ड क्षेत्रों में फ्लैग मार्च करते हुए सख्ती से पालना करवाई है. फ्लैग मार्च में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरीलाल, उपखण्ड अधिकारी कैलाश गुर्जर, कोतवाली थाना प्रभारी सत्यनारायण मालव, सदर थाना प्रभारी संदीप शर्मा, ट्रैफिक इंचार्ज रजनीश कुमार, आरएसी के जवान सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर में फ्लैग मार्च कर महामारी रेड अलर्ट अनुशासन पखवाड़े की सख्ती से पालाना करवाई.