केशवरायपाटन (बूंदी). लाखेरी कस्बे में रविवार रात को सखावदा और संडाल के खाल से निकलकर एक भालू घनी आबादी में पहुंच गया, जिसे सोमवार देर शाम को वन विभाग कि टीम ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा. जानकारी के अनुसार भालु मेघा हाईवे पर चलता हुआ लाखेरी में घुस आया. बाद में सड़क पर होता हुआ गांधीपुरा नाले में दुबककर बैठ गया. इसके बाद वन विभाग को सूचना मिली, तो रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर भालू को जंगल पहुंचाया.
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बताया जा रहा है कि भालु नजर आने के बाद सुबह मोर्निंग वाक पर जाने वाले लोग गांधीपुरा नाले के आगे नहीं गए. भालु यहां से निकलकर सीमेंट उद्योग प्लांट के बंगले में छिप गया. इसके बाद इन्द्रगढ़ रेंज अधिकारी विजय मीणा और सवाई माधोपुर से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची. करीब पांच घण्टे के रेस्क्यू के बाद भालु को ट्रेक्यूलाईज किया गया, जिसके बाद विभाग ने राहत की सांस ली.
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बता दें कि देशभर में कोरोना के कहर के चलते लॉकडाउन है, इसी के चलते पूरा गांव और कस्बे की गलियां सुनी पड़ी हुई है. वहीं गलियों में आवाजाही कम होने से अब जंगली जानवरों का रुझान बस्तियों की ओर बढ़ रहा है. सोमवार को लाखेरी शहर की बस्तियों में भालू का मूवमेंट देखने को मिला. शहर की गांधीपुरा बस्ती में भालू आने से सनसनी फैल गई. सूचना पर पहुंची रणथंभौर टाइगर रिजर्व की टीम में कड़ी मशक्कत के बाद देर शाम को उसे रेस्क्यू किया गया.