बूंदी. जिले में अपनी मजदूरी के लिए पिछले 4 दिनों से महिलाओं और बच्चों सहित वन विभाग के कार्यालय में पड़ाव डाले हुए मध्यप्रदेश के प्रवासी मजदूरों का भुगतान के साथ समस्या का समाधान हो गया है. कांग्रेस प्रवासी सहायता प्रभारी चर्मेश शर्मा के प्रयासों से सभी मजदूरों को अपने काम की मजदूरी मिल गई. इसी के साथ पिछले 5 दिनों से चल रहा प्रवासी मजदूरों का आंदोलन भी समाप्त हो गया है. साथ ही सभी प्रवासी मजदूर अपने घर के लिए रवाना हो गए.
माल्यार्पण के साथ मजदूर हुए रवाना..
सभी प्रवासी मजदूरों और उनके बच्चों को कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा के नेतृत्व में प्रवासी सहायता टीम के सदस्य पार्षद अंकित बूलीवाल, कुणाल पारीक, महावीर मीणा आदि ने माल्यार्पण कर स्वागत सत्कार के साथ रवाना किया. वन कर्मी नरेंद्र सिंह ने सभी प्रवासी मजदूरों को लड्डू खिलाएं और बच्चों को उपहार दिए.
इसके साथ ही सभी मजदूरों ने न्याय दिलवाने के लिए कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा को फूल मालाओं से लाद दिया और खुशी से जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के रहने वाले 40 प्रवासी मजदूरों ने हिंडोली के बसोली, गोकुलपुरा क्षेत्र में रेंजर और स्थानीय वन समिति के अधीन मजदूरी का काम किया था.
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काम करने के बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं होने के कारण पिछले 5 दिनों से सभी प्रवासी मजदूर आंदोलन कर रहे थे. जहां चार दिनों से बूंदी उपवन संरक्षक कार्यालय पर परिवार और अपने सामानों के साथ पड़ाव डाले हुए थे.
पूर्व मंत्री शर्मा के घर हुई वार्ता
प्रवासी मजदूरों को भुगतान की समस्या को लेकर गायत्री नगर में पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा के घर पर वार्ता हुई. जिसमें कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा, पीसीसी सदस्य सत्येश शर्मा, मोडूलाल वर्मा, हिंडोली रेंजर दीपक जासू और वन समिति के अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रवासी मजदूर भी शामिल हुए.
इसमें मजदूरों की ओर से किए गए 9700 गड्ढे, 2300 मीटर खाई, 1900 मीटर ट्रेंच ड्रेसिंग, दीवार कार्य और 3000 मीटर खाई ड्रेसिंग के कार्य का संपूर्ण भुगतान तय हो गया है. इसके बाद न्यायालय परिसर में स्टांप पर लिखा पढ़ी के बाद वन समिति ने प्रवासी मजदूरों को भुगतान कर दिया है.