अलवर. सरिस्का में सफारी के दौरान मंगलवार सुबह पर्यटकों को बाघ ST21 और बाघिन ST9 की एक साथ साइटिंग (Tigers Sighting in Sariska Alwar) हुई. इससे सरिस्का प्रशासन ही नहीं पर्यटक भी गदगद हैं. इस दौरान पर्यटकों ने बाघों की तस्वीरें खींची और वीडियो बनाए. कुछ पर्यटक बाघ के साथ सेल्फी लेते हुए दिखाई दिए. वन कर्मियों ने कहा कि ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है, जब एक साथ बाघ बाघिन की साइटिंग हो. बाघ के साथ पैंथर और अन्य वन्य जीव की साइटिंग भी हो रही है.
कम सर्दी में ज्यादा दिखते हैं टाइगर : सरिस्का के अधिकारियों का कहना है कि फरवरी महीने में सरिस्का में टूरिस्ट भी ज्यादा बढ़ेंगे. इस दौरान बाघों की साइटिंग भी ज्यादा होगी. अक्सर कम सर्दी में टाइगर ज्यादा दिखते हैं. आने वाले दिनों में पर्यटकों के लिए जहां पर बाघों की चहल कदमी रहती है, वहां नए रूट बनाए जाएंगे. इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है.
पढ़ें- सरिस्का में बंदर का शिकार करता नजर आया पैंथर, बाघ का भी हुआ दीदार
अलवर के सभी होटल फुल : सरिस्का में घूमने के लिए प्रतिदिन एक हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं, जो सफारी का आनंद लेते हैं. सदर और टहला गेट मिलाकर सरिस्का में करीब 35 से 40 जिप्सी हैं. पर्यटकों की संख्या के चलते जिप्सी कम पड़ने लगी हैं. पर्यटकों को बाघों की साइटिंग होती है. इसलिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. अलवर के सभी होटल फुल हैं. पर्यटकों के आने से स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलता है.
पढ़ें: सरिस्का में काटे जा रहे पेड़, वन्य जीवों के पर्यावास पर मंडरा रहा खतरा
बाघों का बढ़ रहा कुनबा: सरिस्का में इस समय 25 बाघ हैं. बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है. सरिस्का प्रशासन का लक्ष्य 35 बाघ करने का है. बाघों की संख्या बढ़ने से आने वाले पर्यटकों को इनकी बेहतर साइटिंग होगी. इसका असर पर्यटन पर पड़ता है. पर्यटकों को बाघों की सहज साइटिंग होने से सरिस्का के प्रति पर्यटकों में सकारात्मक माहौल बनता है. बीते 2 साल से लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ी है.