बीकानेर. जीवन में सुख-शांति संपन्नता और वैभव की प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है (Maa Mahalaxmi Aradhana). माता लक्ष्मी की कृपा से व्यक्ति का जीवन समृद्धिशाली और वैभवशाली बनता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्र ग्रह मजबूत होने से व्यक्ति को संतान पक्ष संबंधी कोई चिंता नहीं रहती है. इसके साथ ही जीवन स्तर भी ऊंचा होता चला जाता है.
सबसे चमकीला ग्रह- ज्योतिष मतानुसार नवग्रहों में शुक्र सबसे चमकीला ग्रह है. रात में चंद्रमा के अलावा चमकने वाला एकमात्र ग्रह यही है. कहते हैं अगर शुक्र मजबूत हो तो सांसारिक सुखों में कोई कमी नहीं रहती, जातक का वैवाहिक जीवन उत्तम रहता है और कष्ट से कोसों दूर रहता है. इसी दिन मां लक्ष्मी की भी आराधना होती है. मां जो सुख, वैभव और सम्पन्नता प्रदान करती हैं.
इन मंत्रों का करें जाप- शुक्रवार के दिन कमलगट्टे की माला से मां लक्ष्मी का मंत्र 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नमः:' का जाप करें. मां लक्ष्मी के नाम का दीपक जलाते समय रूई के बदले कलावा की बत्ती बनाकर जलाएं. इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
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ऐसे करें प्रसन्न- शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को लाल बिंदी, चुनरी, चूड़ियां सहित अन्य सोलह श्रृंगार अर्पित करना चाहिए. इससे सौभाग्य की वृद्धि होती है, साथ ही पति की उम्र लंबी होती है।शुक्रवार के दिन लक्ष्मी स्त्रोत, कनकधारा स्तोत्र या फिर श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए. इससे धन का अभाव खत्म होता है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है. इस दिन माता लक्ष्मी को कमल या फिर गुलाब का फूल अर्पित करें. मां को यह फूल अति प्रिय है. यह फूल अर्पित करने से तरक्की, सुख-समृद्धि के योग बनते हैं. मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद प्लेट में चार कपूर के टुकड़े में 2 लौंग रखकर आरती करना चाहिए. इससे मां जल्द प्रसन्न होती हैं.