बीकानेर. शिक्षा विभाग की ओर से कोरोना के बाद विद्यार्थियों में आए लर्निंग गैप को दूर करने के लिए 'राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम' (RK SMBK) अभियान के तहत पहले परख की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की तकनीक के साथ हुई परीक्षा को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया (RK SMBK in World Book of Records) है. बुधवार को जयपुर में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला को वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा.
इस तरह का यह पहला नवाचार है जहां एक साथ 1.35 करोड़ विद्यार्थियों की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सहारे उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होगी. बुधवार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने इस परीक्षा में 1 करोड़ 36 लाख विद्यार्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के रिकॉर्ड पर यह प्रमाण पत्र सौंपा. इस दौरान प्रमुख शासन सचिव शिक्षा पीके गोयल, शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल भी मौजूद रहे.
दरअसल शिक्षा विभाग की ओर से 'राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम' अभियान को कोरोना के 2 साल में विद्यार्थियों में आए लर्निंग गैप को दूर किया जा सके. इसके लिए दक्षता आधारित वर्क बुक तैयार की गई थी. इसी को लेकर पहले परख की परीक्षा 3 से 5 नवंबर तक आयोजित हुई थी. इस परीक्षा में प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थी शामिल हुए थे.