बीकानेर. आईआईटी दिल्ली से पढ़ाई कर चुके बीकानेर के प्रतीक शर्मा मंगलवार को सोनी टीवी पर प्रसारित कार्यक्रम शार्क टैंक इंडिया सीजन 2 में नजर आए. इस दौरान उन्होंने शार्क टैंक के जजों के सामने देश में बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर बनाए गए अपने नैनोफाइबर पेटेंट उत्पाद को लेकर अपने प्रोडक्ट इनोवेशन को बताया.
मां के अस्थमा पीड़ित होने से आया आइडिया- शार्क टैंक के शो में इंजीनियर प्रतीक शर्मा ने जजों को बताया कि उनकी मां अस्थमा से पीड़ित हैं. बीकानेर में चलने वाली धूल भरी आंधियों के चलते उनके दिमाग में इस तरह का प्रोडक्ट इनोवेशन आया. कोरोना महामारी में भी उन्होंने अपने इस आइडिया इनोवेशन के जरिए मास्क बनाए और डोनेट किए.
सिगरेट की लत छुड़ाने का भी प्रोडक्ट- इंजीनियर प्रतीक शर्मा ने जजेज को बताया कि इसके अलावा उन्होंने सिगरेट की लत को छुड़ाने के लिए भी एक प्रोडक्ट बनाया है. उनके प्रोडक्ट इनोवेशन को लेकर जजों ने इतनी दिलचस्पी नहीं दिखाई और उन्हें किसी भी तरह का कोई इंवेस्टमेंट नहीं मिला. लेकिन जजों ने उनके इनोवेशन आइडिया की तारीफ की.
बीकानेर से की पढ़ाई- मूल रूप से बीकानेर के रानी बाजार क्षेत्र के रहने वाले इंजीनियर प्रतीक शर्मा वर्तमान में दिल्ली में हैं. उन्होंने नेनोक्लिन नाम से कंपनी बनाई हुई है और अपना प्रोडक्ट पेटेंट कराया हुआ है. बीकानेर के कोचिंग संचालक भूपेंद्र मिड्ढा कहते हैं कि वे एक होनहार छात्र हैं. भले ही शार्क टैंक के सीजन में कोई इंवेस्टमेंट नहीं मिला हो लेकिन अपने काम के दम पर वह 1 दिन और आगे मुकाम हासिल करेगा.
राष्ट्रपति भी कर चुके हैं सम्मानित- बीकानेर के प्रतीक शर्मा को दिल्ली के विज्ञान भवन में कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम में नवोदित स्टार्टअप श्रेणी में बेहतर काम के लिए सम्मानित किया था.