बीकानेर. जिले के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं के खिलाफ मोहन सिंह वेलफेयर सोसायटी की ओर से पूर्व घोषित धरने में अजीब वाक्या देखने को मिला. अस्पताल अधीक्षक से मिलने आए युवा 3 घंटे से भी अधिक समय तक अधीक्षक के नहीं आने पर उनकी सीट को पट्टियों से बांध दिया.
दरअसल, मोहन सिंह वेलफेयर सोसायटी की ओर से युवाओं ने अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और पटरी से उतरी साफ सफाई व्यवस्था के खिलाफ अधीक्षक से 4 सूत्री मांगों को लेकर मुलाकात करने और धरने दिए जाने की थी. लेकिन इस दौरान धरने पर पहुंचे युवा तकरीबन 3 घंटे से ज्यादा समय तक अधीक्षक के कमरे में बैठे रहे. लेकिन अधीक्षक डॉ. पी के बैरवाल अपने कक्ष में नहीं आए.
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रिजवान मोहन सिंह वेलफेयर सोसाइटी के सचिव वेद व्यास ने आरोप लगाया कि अस्पताल में प्रसूताओं और महिलाओं के लिए सरकार की ओर से दिए जाने वाले दूध में काफी भ्रष्टाचार हुआ है. साथ ही यह भी कहा कि पीबीएम अस्पताल की सफाई व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च होते हैं. बावजूद इसके सफाई व्यवस्था नाम मात्र भी नहीं है. इसमें भी जबरदस्त घोटाला हो रहा है. इस दौरान वहां मौजूद अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. अजय कपूर ने भी इस बात को स्वीकार किया कि बार-बार सूचना के बावजूद न तो अस्पताल के अधीक्षक और न ही कॉलेज के प्राचार्य धरने पर बैठे युवाओं से मिलने के लिए आ रहे हैं और न ही फोन का कोई जवाब दे रहे हैं.