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ममता शर्मसारः नवजात शिशु को बाल अधिकारिता विभाग में लावारिस छोड़ गई मां - बाल अधिकारिता विभा

बीकानेर में बाल अधिकारिता विभाग की ओर से बनाए गए पालना में एक मां अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में छोड़ कर चली गई. वहीं पालने में बच्चे के मिलने के बाद नवजात बच्चे को पीबीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां जरूरी उपचार के बाद डॉक्टर ने बच्चे को पूरी तरह से स्वस्थ बताया है.

नवजात शिशु को बाल अधिकारिता विभाग में लावारिस छोड़ गई मां, mother left unborn in newborns department
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Published : Oct 16, 2019, 12:01 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:06 AM IST

बीकानेर. शहर में मंगलवार को एक बार फिर से ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक महिला अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में बाल अधिकारिता विभाग के पालना में छोड़कर चली गई.

ममता हुई शर्मसार

पालना में नवजात बच्चे के मिलने के बाद संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी और बाल अधिकारिता विभाग की अधिकारी कविता स्वामी नवजात बच्चे को लेकर पीबीएम अस्पताल पहुंचे. जहां नर्सरी में मौजूद डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया और जरूरी उपचार किया. फिलहाल नवजात बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है.

शिशु संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी ने बताया कि अकसर नवजात बच्चों को लावारिस हालत में छोड़ने की घटनाएं सामने आती है और बच्चों की लावारिस हालत में झाड़ियों और सुनसान जगहों पर छोड़ देने से आवारा पशुओं उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और कई बार ऐसे बच्चे जीवित तो रहते हैं, लेकिन इलाज होने के बावजूद भी उन्हें शारीरिक और मानसिक विकलांगता आ जाती है. जिसके चलते उनका पूरा जीवन खराब हो जाता है.

पढ़े: सिवाना के वीर नारायण परमार राजकीय महाविद्यालय में छात्रों ने जड़ा ताला, कॉलेज स्टाफ को भी बंद किया

ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ही बाल अधिकारिता विभाग की ओर से पीबीएम अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और बाल अधिकारिता विभाग में पालना बनाए गए हैं. जिससे अपने अनिच्छित बच्चों को उनकी मां सुरक्षित छोड़ सके और ऐसे बच्चों को भविष्य में कोई दंपत्ति गोद लेकर उसका भविष्य संवार सकें.

बीकानेर. शहर में मंगलवार को एक बार फिर से ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक महिला अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में बाल अधिकारिता विभाग के पालना में छोड़कर चली गई.

ममता हुई शर्मसार

पालना में नवजात बच्चे के मिलने के बाद संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी और बाल अधिकारिता विभाग की अधिकारी कविता स्वामी नवजात बच्चे को लेकर पीबीएम अस्पताल पहुंचे. जहां नर्सरी में मौजूद डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया और जरूरी उपचार किया. फिलहाल नवजात बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है.

शिशु संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी ने बताया कि अकसर नवजात बच्चों को लावारिस हालत में छोड़ने की घटनाएं सामने आती है और बच्चों की लावारिस हालत में झाड़ियों और सुनसान जगहों पर छोड़ देने से आवारा पशुओं उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और कई बार ऐसे बच्चे जीवित तो रहते हैं, लेकिन इलाज होने के बावजूद भी उन्हें शारीरिक और मानसिक विकलांगता आ जाती है. जिसके चलते उनका पूरा जीवन खराब हो जाता है.

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ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ही बाल अधिकारिता विभाग की ओर से पीबीएम अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और बाल अधिकारिता विभाग में पालना बनाए गए हैं. जिससे अपने अनिच्छित बच्चों को उनकी मां सुरक्षित छोड़ सके और ऐसे बच्चों को भविष्य में कोई दंपत्ति गोद लेकर उसका भविष्य संवार सकें.

Intro:बीकानेर में मंगलवार ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल एक महिला अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में बाल अधिकारिता विभाग के पालना में छोड़कर चली गई।Body:बीकानेर। मंगलवार को बीकानेर में ममता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है दरअसल बीकानेर में बाल अधिकारिता विभाग की ओर से बनाए गए पालना में एक मां अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में छोड़ कर चली गई। पालना में नवजात बच्चे के मिलने के बाद संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी और बाल अधिकारिता विभाग की अधिकारी कविता स्वामी नवजात बच्चे को लेकर पीबीएम अस्पताल पहुंचे जहां नर्सरी में मौजूद डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया और जरूरी उपचार किया। फिलहाल नवजात बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। Conclusion:शिशु संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी कहते हैं कि अक्सर नवजात बच्चों को लावारिस हालत में छोड़ने की घटनाएं सामने आती है और बच्चों की लावारिस हालत में झाड़ियों और सुनसान जगहों पर जोर देने से आवारा पशुओं उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और कई बार ऐसे बच्चे जीवित रहते हैं और इलाज के बावजूद भी उन्हें शारीरिक और मानसिक अपंगता आ जाती है जिसके चलते उनका पूरा जीवन खराब हो जाता है ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ही बाल अधिकारिता विभाग की ओर से पीबीएम अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और बाल अधिकारिता विभाग में पालना बनाए गए हैं। ताकि अपने अनिच्छित बच्चों को उनकी मां सुरक्षित छोड़ सके और ऐसे बच्चों को भविष्य में कोई दंपत्ति गोद लेकर उसका भविष्य संवार सकें।
बाइट वाई के शर्मा योगी अध्यक्ष बाल संरक्षण आयोग बीकानेर
Last Updated : Oct 16, 2019, 1:06 AM IST
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