बीकानेर. शहर में मंगलवार को एक बार फिर से ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जहां एक महिला अपने नवजात बच्चे को लावारिस हालत में बाल अधिकारिता विभाग के पालना में छोड़कर चली गई.
पालना में नवजात बच्चे के मिलने के बाद संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी और बाल अधिकारिता विभाग की अधिकारी कविता स्वामी नवजात बच्चे को लेकर पीबीएम अस्पताल पहुंचे. जहां नर्सरी में मौजूद डॉक्टरों ने बच्चे का चेकअप किया और जरूरी उपचार किया. फिलहाल नवजात बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है.
शिशु संरक्षण आयोग के अध्यक्ष वाई के शर्मा योगी ने बताया कि अकसर नवजात बच्चों को लावारिस हालत में छोड़ने की घटनाएं सामने आती है और बच्चों की लावारिस हालत में झाड़ियों और सुनसान जगहों पर छोड़ देने से आवारा पशुओं उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और कई बार ऐसे बच्चे जीवित तो रहते हैं, लेकिन इलाज होने के बावजूद भी उन्हें शारीरिक और मानसिक विकलांगता आ जाती है. जिसके चलते उनका पूरा जीवन खराब हो जाता है.
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ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ही बाल अधिकारिता विभाग की ओर से पीबीएम अस्पताल सेटेलाइट अस्पताल और बाल अधिकारिता विभाग में पालना बनाए गए हैं. जिससे अपने अनिच्छित बच्चों को उनकी मां सुरक्षित छोड़ सके और ऐसे बच्चों को भविष्य में कोई दंपत्ति गोद लेकर उसका भविष्य संवार सकें.