बीकानेर. राजस्थान में भले ही सूबे की कमान कांग्रेस के हाथों में (Political struggle in Rajasthan Congress) हो, लेकिन नेताओं के ग्रह गोचर इन दिनों ठीक नहीं चल रहे. जिसकी बानगी समय-दर-समय देखने को भी मिलती रही है. ताजा वाकया मंत्रियों के अधीनस्थ अधिकारियों के एसीआर भरने से जुड़ा है. जिसको लेकर सूबे के दो मंत्री अभी एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे थे.
इसी बीच एक और मंत्री की एंट्री से समस्या और अधिक गहरा गई है. खैर, आप समझ ही गए होंगे यहां हम बात मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Attached on Minister Pratap Singh Khachariyawas) और जलदाय मंत्री महेश जोशी के बीच जारी जुबान जंग की कर रहे हैं, लेकिन इस मामले में मंत्री बीडी कल्ला की एंट्री से अब ट्विस्ट आ गया है. मंत्री कल्ला ने बिना नाम लिए खाचरियावास पर निशाना साधा.
असल में मंत्रियों के मातहत अधिकारियों को एसीआर भरने का अधिकार देने के मसले पर सूबे के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बयान पर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने खुद ही एसीआर भरने की बात कही और इसके बाद दोनों मंत्रियों के बीच बयानबाजी का लंबा दौर चला. इस बीच वरिष्ठ मंत्री बीडी कल्ला ने खाचरियावास की बात को सिरे से खारिज करते हुए महेश जोशी का समर्थन कर दिया.
मंत्री कल्ला ने कहा कि हमारे विभाग के जितने भी मातहत है उनकी ACR हमें खुद ही भरना चाहिए. इधर, मंत्री कल्ला का यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि आजादी के बाद से राजस्थान में कभी भी किसी मंत्री के पास कार्मिक विभाग नहीं रहा है. हमेशा यह मंत्रालय मुख्यमंत्री खुद अपने पास रखते रहे हैं, लेकिन गहलोत के पहले कार्यकाल में मंत्री कल्ला के पास कार्मिक मंत्रालय रहा.
बयान के सियासी मायने : कल्ला के इस बयान के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं. असल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले मंत्री खाचरियावास और महेश जोशी के बीच चले वाक युद्ध में कल्ला का बयान सियासी मायने रखता है. कल्ला गहलोत सरकार में वरिष्ठ मंत्री हैं और ऐसे में उनके बयान का अपना महत्व है. साथ ही मुख्यमंत्री ने भी मंत्रियों को बराबर का अधिकार दे रखा है.
प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं कल्ला : मंत्री बीडी कल्ला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. प्रदेश सरकार में अशोक गहलोत के बाद वो सबसे वरिष्ठ मंत्री भी हैं. कई बार विवादों से बचने के लिए कल्ला इस तरह के बयानों से किनारा करते रहे हैं, लेकिन जब ACR के मुद्दे पर उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि हमें खुद ही एसीआर भरना चाहिए.
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विपक्ष टुकड़ों में बंटा हुआ : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर बीजेपी की ओर से जारी हमलों पर कल्ला ने कहा कि कांग्रेस तो एकजुट है, लेकिन बीजेपी अपने घर को संभाल नहीं पा रही है. उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ के बीच जारी घमासान सबके सामने है.