बीकानेर. सनातन धर्म शास्त्रों में किसी भी कार्य की शुरुआत में भगवान गणेश को स्मरण किया जाता है. साथ ही साप्ताहिक वार में भी बुधवार को काफी महत्व दिया जाता है. इसके पीछे का कारण यह है कि भगवान गणेश को देवताओं में प्रथम पूजनीय का स्थान मिला हुआ है और बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है और बुधवार को गणेश पूजा का महत्व है.
संकटनाशन स्त्रोत का पाठ : भगवान प्रथम पूज्य गणपति के कई नाम हैं. इनमें गजानंद, गणेश, लंबोदर, एकदंत, शिवगौरीसुत, प्रमथपतये, वरदमूर्ति गजकर्णक, विघ्ननाशक, विनायक, गणाध्यक्ष, भालचंद्र और गजानन, गजोमुख शामिल हैं. गणेश जी की पूजा करते समय गणेश चालीसा, द्वादश नामों, गणेश अथर्वशीष, गणेश आरती और मंत्रों का जाप किया जाता है. कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति हर दिन गणेश जी की पूजा के समय संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें तो उस व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं.
बुध ग्रह दोष निवारण के लिए करें ये काम : बुध ग्रह उच्च स्थान पर होने से जातक को उसका बहुत ही लाभ होता है. यदि किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह उच्च स्थान पर होने से वो जातक अपनी वाणी से आगे बढ़ता है. बुध ग्रह के दोष को दूर और कम करने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं. यदि बुधवार के दिन कोई किन्नर दिख जाए तो उसको अवश्य ही कुछ भेंट देनी चाहिए. बुधवार के दिन व्रत करने और गणेश को दूर्वा अर्पित करने से गणेश जी प्रसन्न होते है और शुभफल प्रदान करते हैं. ध्यान रहे गणेश जी की पूजा आराधना करते समय तुलसी का उपयोग नहीं करें क्योंकि गणेश जी की पूजा में तुलसी का उपयोग नहीं होता है. गणेश जी की पूजा में मोदक और बूंदी के बने लड्डू का भोग अर्पित करना चाहिए यह गणेश जी को सर्वाधिक प्रिय हैं.
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व्यापार करने के लिए शुभ : पूर्व में चली आ रही व्यापार में नया काम करने या फिर नए सिरे से शुरू करने के लिए बुधवार का दिन अत्यंत ही उत्तम व शुभ माना जाता है. बता दें कि जन्म कुंडली के अनुसार ही मुहूर्त का योग बनता है, लेकिन यदि मुहूर्त के दिन बुधवार है तो यह सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. व्यापार के अलावा और मांगल कार्यों की शुरुआत के लिए भी बुधवार का दिन अति उत्तम महत्व रखता है.