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बुधवार के दिन प्रथम पूज्य गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम - Rajasthan Hindi news

हिंदू धर्म शास्त्र में किसी भी कार्य की शुरुआत में भगवान गणेश को (Lord Ganesh Puja Rituals) स्मरण को अनिवार्य बताया गया है. बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. जानिए पूजा की विधि.

Lord Ganesh is Worshipped on wednesday
Lord Ganesh is Worshipped on wednesday
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Published : Apr 26, 2023, 7:53 AM IST

बीकानेर. भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से भक्तों को कई तरह से लाभ की प्राप्ति होती है. इससे जातक की बुद्धिमत्ता और ज्ञान में वृद्धि होती है और उसके जीवन के सभी कष्ट भी स्वत: ही दूर हो जाते हैं. भगवान गणेश की पूजा आराधना के साथ ही किसी भी प्रकार की नई पूजा-अर्चना नया काम सफल माना जाता है.

दोष निवारण के लिए करें ये काम : जन्म कुंडली में बुध ग्रह का स्थान पर होना व्यक्ति के अच्छे लेखक, पत्रकार, शिक्षाविद, संगीतज्ञ, गायक होने का सूचक है. बुध ग्रह उच्च स्थान पर होने से जातक को लाभ होता है. यदि किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह उच्च स्थान पर है तो वो जातक अपनी वाणी के माध्यम से आगे बढ़ता है. जन्म कुंडली में बुध ग्रह का दोष हो तो जातक को उसके लिए उपाय करना चाहिए. बुध ग्रह के दोष को दूर और कम करने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं. यदि बुधवार के दिन कोई किन्नर दिख जाए तो उसको अवश्य ही कुछ भेंट देनी चाहिए.

पढ़ें. गुरुवार के दिन ऐसे करें भगवान विष्णु की पूजा, होगी विशेष कृपा

पूजा में इन बातों का रखें ध्यान : बुधवार के दिन व्रत करने और दूर्वा अर्पित करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और शुभफल प्रदान करते हैं. ध्यान रहे गणेश जी की पूजा-आराधना करते समय तुलसी का उपयोग नहीं करें. गणेश जी की पूजा में मोदक और बूंदी के बने लड्डू का भोग अर्पित करना चाहिए, यह गणेश जी को सर्वाधिक प्रिय हैं.

इन मंत्रों और पाठ से लाभ : वैसे तो किसी भी नए मांगलिक कार्य, पूजा, व्यापार के आरंभ में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है. बुधवार के दिन भगवान गणेश जी के पूजा-अर्चना में उनके नामों का स्मरण करना चाहिए और 108 नाम का जाप करते हुए उनकी पूजा करनी चाहिए. यदि यह संभव नहीं हो तो उनके 12 नामों का स्मरण तो करना ही चाहिए.

प्रथम पूज्य गणपति के कई नाम हैं. इनमें गजानंद, गणेश, लंबोदर, एकदंत, शिवगौरीसुत, प्रमथपतये, वरदमूर्ति गजकर्णक, विघ्ननाशक, विनायक, गणाध्यक्ष, भालचंद्र और गजानन, गजोमुख शामिल हैं. गणेश जी की पूजा करते समय गणेश चालीसा, द्वादश नामों, गणेश अथर्वशीष, गणेश आरती और मंत्रों का जाप किया जाता है. कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति हर दिन गणेश जी की पूजा के समय संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करे तो उसके जीवन में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं.

बीकानेर. भगवान गणेश की पूजा आराधना करने से भक्तों को कई तरह से लाभ की प्राप्ति होती है. इससे जातक की बुद्धिमत्ता और ज्ञान में वृद्धि होती है और उसके जीवन के सभी कष्ट भी स्वत: ही दूर हो जाते हैं. भगवान गणेश की पूजा आराधना के साथ ही किसी भी प्रकार की नई पूजा-अर्चना नया काम सफल माना जाता है.

दोष निवारण के लिए करें ये काम : जन्म कुंडली में बुध ग्रह का स्थान पर होना व्यक्ति के अच्छे लेखक, पत्रकार, शिक्षाविद, संगीतज्ञ, गायक होने का सूचक है. बुध ग्रह उच्च स्थान पर होने से जातक को लाभ होता है. यदि किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह उच्च स्थान पर है तो वो जातक अपनी वाणी के माध्यम से आगे बढ़ता है. जन्म कुंडली में बुध ग्रह का दोष हो तो जातक को उसके लिए उपाय करना चाहिए. बुध ग्रह के दोष को दूर और कम करने के लिए बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं. यदि बुधवार के दिन कोई किन्नर दिख जाए तो उसको अवश्य ही कुछ भेंट देनी चाहिए.

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पूजा में इन बातों का रखें ध्यान : बुधवार के दिन व्रत करने और दूर्वा अर्पित करने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और शुभफल प्रदान करते हैं. ध्यान रहे गणेश जी की पूजा-आराधना करते समय तुलसी का उपयोग नहीं करें. गणेश जी की पूजा में मोदक और बूंदी के बने लड्डू का भोग अर्पित करना चाहिए, यह गणेश जी को सर्वाधिक प्रिय हैं.

इन मंत्रों और पाठ से लाभ : वैसे तो किसी भी नए मांगलिक कार्य, पूजा, व्यापार के आरंभ में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है. बुधवार के दिन भगवान गणेश जी के पूजा-अर्चना में उनके नामों का स्मरण करना चाहिए और 108 नाम का जाप करते हुए उनकी पूजा करनी चाहिए. यदि यह संभव नहीं हो तो उनके 12 नामों का स्मरण तो करना ही चाहिए.

प्रथम पूज्य गणपति के कई नाम हैं. इनमें गजानंद, गणेश, लंबोदर, एकदंत, शिवगौरीसुत, प्रमथपतये, वरदमूर्ति गजकर्णक, विघ्ननाशक, विनायक, गणाध्यक्ष, भालचंद्र और गजानन, गजोमुख शामिल हैं. गणेश जी की पूजा करते समय गणेश चालीसा, द्वादश नामों, गणेश अथर्वशीष, गणेश आरती और मंत्रों का जाप किया जाता है. कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति हर दिन गणेश जी की पूजा के समय संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करे तो उसके जीवन में सुख-समृद्धि आती है. साथ ही जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं.

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