बीकानेर. बीकानेर नगर विकास न्यास के पूर्व चेयरमैन और भाजपा नेता महावीर रांका बीकानेर के इंजीनियरिंग कॉलेज (ECB) में कांग्रेस सरकार के आते ही 18 कार्मिकों को हटाने के मामले में हाईकोर्ट द्वारापुन नियुक्ति देने के आदेशों के बावजूद भी नहीं लगाए जाने और कॉलेज में ₹10 करोड़ से ज्यादा की अनियमितता की जांच ऐसी कराने की मांग को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर के सामने आन्दोलन शुरू किया.
पहले दिन 7 लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं. महावीर रांका ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने जिला प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाई, लेकिन प्रशासन और सरकार की ओर से किसी भी तरह का कोई रिस्पांस नहीं मिला है. अब मजबूरन यह आंदोलन शुरू करना पड़ा है. यह आमरण अनशन जब तक इन कार्मिकों को न्याय नहीं मिलता है, तब तक जारी रहेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कॉलेज में जितनी अनियमितताएं हुई हैं, उनकी जांच स्वतंत्र एजेंसी और सीबीआई से कराई जाए क्योंकि यह विद्यार्थियों का पैसा है और इसका दुरुपयोग हुआ है.
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धरने में दिखा समर्थन: भाजपा नेता महावीर रांका की ओर से शुरू किए गए इस आंदोलन में भाजपा के अलावा कांग्रेस विचारधारा वाले चेहरे भी नजर आए. वहीं इंजीनियरिंग कॉलेज के कार्मिकों ने भी कॉलेज में अनियमितताएं होने की बात कही. धरने में भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष जालम सिंह भाटी, पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह सहित युवा मोर्चा कार्यकर्ता और पार्षद और पूर्व पार्षद भी नजर आए. भाजपा नेता रांका ने कहा कि जब तक सरकार इस मामले पर मांगे नहीं मानती, तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा. आंदोलन के पहले दिन भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भगवान सिंह मेड़तिया, पवन महनोत और दो महिला कार्यकर्ता ने भी आमरण अनशन शुरू किया है.