बीकानेर. पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की हत्या की साजिश के खुलासे के 10 दिन बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने को लेकर मंगलवार को सर्व समाज की बैठक आयोजित की गई. जहां बैठक में श्री डूंगरगढ़ से माकपा के विधायक गिरधारी महिया के साथ बड़ी संख्या में डूडी समर्थक मौजूद रहे.
वहीं बैठक में मौजूद वक्ताओं ने इस बात पर आक्रोश जताया कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद भी प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद अभी तक गिरफ्तार आरोपियों को राजस्थान नहीं लाया गया है. साथ ही पूरे मामले में मुख्य कड़ी तक पहुंचने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया गया है.
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जो लोग गिरफ्तार हुए हैं इस साजिश के मुख्य सूत्रधार नहीं हैं और जो असली गुनहगार है उसे पकड़ना बाकी है. इस दौरान बैठक में डूडी को जल्द से जल्द पर्याप्त उच्च स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराए जाने की मांग भी की गई. बैठक में सर्व समाज की ओर से एक कमेटी का गठन किया गया जहां कमेटी ने इस बात को लेकर निर्णय किया कि 16 सितंबर को बीकानेर के सभी उपखंड मुख्यालयों पर एक दिन का सांकेतिक धरना दिया जाएगा. जिसके बाद 23 सितंबर को बीकानेर में मुख्यालय स्तर पर महापड़ाव किया जाएगा.
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उपखंड मुख्यालय पर सांकेतिक धरना और 23 सितंबर को महापड़ाव के निर्णय को लेकर कमेटी के लोग जिला कलेक्टर से मिले और अपना ज्ञापन भी सौंपा. वहीं माकपा के विधायक गिरधारी महिया ने कहा कि राजनीतिक रूप से वो और डूडी अलग अलग विचारधारा से हैं. लेकिन किसी नेता की राजनीतिक रंजिश के चलते हत्या की साजिश रची जाए ये चिंतनीय है.
वहीं इस दौरान माहिया ने प्रदेश में अचानक से अपराधों में हुई बढ़ोतरी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही अपराध बढ़ गए हैं. अलवर के बहरोड़ में पुलिस थाने पर फायरिंग कर अपराधी को छुड़ा ले जाने की घटना हो या फिर जयपुर में आए दिन होने वाले तनाव या दो दिन पहले सीकर में बैंक डकैती जैसी घटनाएं. इन सभी घटनाओं से प्रदेश की कानून व्यवस्था का पता सबको लग गया है.