बीकानेर. बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में नाबालिग स्कूली छात्रा और शिक्षिका के लापता होने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. बुधवार को तमिलनाडु के चेन्नई में छात्रा और शिक्षिका को दस्तयाब कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक दोनों पब्लिक इंटरनेट यूज कर रही थी, जिसके चलते पुलिस उनका लोकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही थी. पुलिस की साइबर टीम लगातार दोनों का पता लगाने के लिए जुटी हुई थी. आखिरकार बुधवार को पुलिस को सफलता हाथ लगी और अब छात्रा और शिक्षिका को चेन्नई से श्रीडूंगरगढ़ लाया जा रहा है.
श्रीडूंगरगढ़ में लगातार चल रहा धरना आंदोलन - पिछले पांच दिनों से श्रीडूंगरगढ़ में तनाव का माहौल था. इस दौरान कई बार पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई तनातनी का माहौल देखने को मिला. मंगलवार को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया था. इस मुद्दे को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ श्रीडूंगरगढ़ पहुंचे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल भी बुधवार को यहां पहुंच रहे हैं.
कई तरह की बातें आई सामने - इस पूरे मामले में छात्रा और शिक्षिका का वीडियो सामने आने के बाद छात्रा व शिक्षिका के बीच समलैंगिक रिश्ते (lesbian) होने की बातें सामने आ रही थीं. सोमवार को वायरल हुए वीडियो में छात्रा और शिक्षिका ने कहा था कि हम दोनों लेस्बियन हैं और अपनी मर्जी से घर से निकले हैं. इसके लिए हमारे परिजनों को परेशान नहीं किया जाए. इसके विपरीत हिंदूवादी संगठन इस मामले को धर्मांतरण से जोड़ते हुए आक्रोश जता रहे थे. हिंदू जागरण मंच ने तो दोनों का पता नहीं चलने पर 6 जुलाई को बीकानेर बंद की भी चेतावनी दी थी.
पुलिस के लिए थी चुनौती - इस पूरे मामले में शिक्षिका और नाबालिग छात्रा के गायब होने के बाद श्रीडूंगरगढ़ में तनाव था और पुलिस प्रशासन के लिए भी यह मामला चुनौतीपूर्ण बन गया था. छात्रा और शिक्षिका की बरामदगी नहीं होने से पुलिस के खिलाफ लोगों में आक्रोश बढ़ रहा था. इसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम और जिला कलेक्टर ने श्रीडूंगरगढ़ का दौरा भी किया और एसआईटी का भी गठन किया था.