बीकानेर. कद्दावर भाजपा नेता देवीसिंह भाटी की भाजपा से इस्तीफा देने की अटकलों पर विराम लग गया है. देवीसिंह ने अब भाजपा को अलविदा कह दिया है. बीकानेर से सांसद अर्जुन मेघवाल की पार्टी विरोधी गतिविधियों को हवाला देते हुए भाटी ने भाजपा की सदस्यता छोड़ने का पत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को अपने इस्तीफा के रूप में भेज दिया है.
ऐसे में ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में भाटी ने कहा कि उन्होंने पार्टी को पहले भी आगाह किया था और 2014 के चुनाव में भी संघ के वरिष्ठ नेताओं की दखल के बाद वे मान गए थे. उन्होंने कहा कि उस वक्त भी उन्हें आश्वासन दिया गया था कि अब कोई शिकायत नहीं रहेगी लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि पार्टी में जयचंदों की जरूरत नहीं है.
भाटी ने कहा कि देश की जनता की तरह वो भी चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने लेकिन, अर्जुन मेघवाल जैसे नेताओं की पार्टी को जरूरत नहीं है. उन्होंने साफ किया कि वो भाजपा से इस्तीफा दे रहे हैं लेकिन कांग्रेस या अन्य दल में नहीं जाएंगे.
देवीसिंह भाटी ने कहा कि अर्जुन मेघवाल ने हमेशा पार्टी के विरोध में काम किया है और इस विधानसभा चुनाव में भी लूणकरणसर सीट को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर पार्टी के खिलाफ काम करते हुए कांग्रेस का साथ दिया था.
उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में खुलकर बोलता हूं. बाकी सब नेताओं ने पार्टी के बड़े नेताओं को बंद कमरे में यो बताया है लेकिन, मैं इसे अब सहन नहीं कर सकता और गुरुवार को ही मैंने पार्टी के बड़े नेताओं को इस बारे में आगाह किया था. लेकिन, मुझे महसूस हुआ की पार्टी अर्जुन राम मेघवाल को ही टिकट देगी इसलिए मैंने यह कठोर निर्णय लिया है.