बीकानेर. अयोध्या में बन रहे भगवान श्री राम के भव्य मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा. इसको लेकर भक्तों में खासा उत्साह है. इसी क्रम में बीकानेर के एक आर्टिस्ट कृष्णकांत व्यास ने राम मंदिर की रेप्लिका (प्रतिकृति) बनाई है, जिसे लोग अपने घर में रख सकते हैं. कृष्णकांत व्यास अब तक देश के 40 मंदिरों की रेप्लिका (प्रतिकृति) बना चुके हैं, लेकिन राम मंदिर के मॉडल की सबसे ज्यादा डिमांड आ रही है.
बीकानेर के आर्टिस्ट कृष्णकांत व्यास ने कहा कि राम मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र है. सबको राम मंदिर पहुंचकर दर्शन का मौका मिल जाए, ऐसा संभव नहीं है. इसलिए कुछ ऐसा करना था, जिससे लोगों को एहसास हो कि वह अपने घर से भी राम मंदिर में साक्षात दर्शन करने का अनुभव कर सकें. इसी सोच के साथ इस तरह के मॉडल बनाने की शुरुआत की. अब तक देश के प्रमुख 40 मंदिरों के थ्रीडी और टूडी लकड़ी के मॉडल बना चुके हैं.
कोरोना काल में नवाचार : कोरोना के समय कृष्णकांत व्यास ने इस काम की शुरुआत की. वह कहते हैं कि "उन्हें गार्डनिंग का शौक है और खेती के जरिए मेरी कमाई हो रही थी, लेकिन कोरोना काल में लॉकडाउन लगा हुआ था. कहीं आना-जाना नहीं हो सकता था, तब इस काम की शुरुआत की". उन्होंने बताया कि 'मुझे कंप्यूटर का भी शौक है, इसलिए खुद ही कंप्यूटर पर डिजाइनिंग और मॉडल बनाना शुरू किया'. उन्होंने कहा कि किसी भी मंदिर का लेआउट मिलने पर कंप्यूटर पर इसकी डिजाइनिंग करते हैं और लेजर मशीन के सहारे शीट पर सारा काम होता है. फिर छोटे-छोटे टुकड़ों को जोड़कर पूरा मॉडल बनाया जाता है.
नाम के साथ दाम भी : कृष्णकांत व्यास कहते हैं कि केदारनाथ, काशी विश्वनाथ या फिर दूसरे कई प्रसिद्ध मंदिरों के मॉडल भी बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. हालांकि, राम मंदिर के निर्माण के दौरान ही उनके पास लोगों के फोन आना शुरू हो गए थे. अब जैसे-जैसे मंदिर के उद्घाटन की तिथि नजदीक आ रही है, उनके पास केवल राम मंदिर रेप्लिका के ही आर्डर आ रहे हैं.
40 मंदिरों की 3डी आर्ट : व्यास बताते हैं कि राम मंदिर के अलावा केदारनाथ, काशी विश्वनाथ, राजस्थान के खाटू श्याम, पंजाब के गोल्डन टेंपल, दक्षिण भारत के अय्यप्पा मंदिर, मीनाक्षी टेंपल, उज्जैन के महाकाल की भी उन्होंने रेप्लिका बना रखी है, जिनकी डिमांड खूब रहती है. विशेष मौकों पर अमिताभ बच्चन से लेकर अशोक गहलोत, राज्यपाल कलराज मिश्र और जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भी उनके काम को सराहा है.
चार इंच से 24 इंच तक के मॉडल : व्यास बताते हैं कि उनके पास अलग-अलग मंदिरों के अलग-अलग साइज के मॉडल उपलब्ध हैं, जिसमें सबसे ज्यादा राम मंदिर को लेकर ही क्रेज है. इसमें भी 4 इंच से लेकर 24 इंच तक के मॉडल हैं. इसके अलावा वह सबसे बड़ा चार फीट का मॉडल बना रहे हैं. इसमें 500 से 8000 रुपए तक की लागत आती है.
अकेले ही करते काम : व्यास ने बताया कि एक बार मॉडल बनाने के बाद लेजर मशीन के सारे डिजाइन की शीट पर कटिंग की प्रक्रिया होती है. इसके बाद अलग-अलग टुकड़ों को जोड़ने का काम होता है. व्यास ने बताया कि हर रोज वो इस काम को भी खुद ही करते हैं. अभी जैसे ऑर्डर ज्यादा आ रहे हैं तो परिवार के सदस्य भी इस काम में उनकी मदद करते हैं.