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150 किमी पैदल चलकर घर आया...और कोरोना से लड़ने के लिए बनाया 'देसी जुगाड़'

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Published : Apr 22, 2020, 12:03 PM IST

Updated : Apr 22, 2020, 9:19 PM IST

भीलवाड़ा में कोरोना की चेन को खतम करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से गंभीर हैं. वहीं जिले के जहाजपुर क्षेत्र में दूसरे जिले से आया हुआ युवक खेत पर मचान बनाकर क्वॉरेंटाइन नियमों की पालन कर रहा है, जिससे वह युवा किसी और दूसरे के संपर्क में न आए.

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किशन क्वॉरेंटाइन की कर रहा पालन...

भीलवाड़ा. कोरोना माहमारी के चलते दूसरे गावों और शहरों से आने वाले व्यक्तियों को कोरोना फॉइटर्स टीम द्वारा क्वॉरेंटाइन किया जा रहा. वहीं भीलवाड़ा के जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में शक्करगढ़ थाना क्षेत्र के शेरपुरा गांव में कमलेश पिता किशन मीणा ने परिवार से 14 दिन तक अलग रहने के लिए कुछ यूं किया हैं.

किशन क्वॉरेंटाइन की कर रहा पालन...

किशन मीणा खेत में रखवाली करने के लिए बनाई गई झोपड़ी के ऊपर रहकर ही 14 दिन बिताने का फैसला लिया है. कोरोना फॉइटर्स में लगे शिक्षकों ने बताया कि किशन का खाना-पीना भी यहीं होता है. ये 16 अप्रैल को ही गांव आया और 1 मई तक आइसोलेशन में हैं.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान का भीलवाड़ा मॉडल विफल, सरकार के दावों पर भी उठे सवाल

बता दें कि किशन अजमेर के किशनगढ़ कस्बे से पैदल आया. किशन ट्रैक्टर ड्राइवर है और घर की माली स्थिति खराब होने की वजह से गांव में सिर्फ एक कच्चा मकान है. इसलिए खेत पर बने मचान में ही क्वॉरेंटाइन पर है. किशन की निगरानी के लिए प्रतिदिन कोरोना फॉइटर्स पीईईओ शोजीराम मीणा, प्रधानाध्यापक शेरपुरा राजेश कुमार मीणा, गणेश कुमार और मेहर बाकरा रोजाना सुबह-शाम एक बार चेक करने जाते हैं.

भीलवाड़ा. कोरोना माहमारी के चलते दूसरे गावों और शहरों से आने वाले व्यक्तियों को कोरोना फॉइटर्स टीम द्वारा क्वॉरेंटाइन किया जा रहा. वहीं भीलवाड़ा के जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में शक्करगढ़ थाना क्षेत्र के शेरपुरा गांव में कमलेश पिता किशन मीणा ने परिवार से 14 दिन तक अलग रहने के लिए कुछ यूं किया हैं.

किशन क्वॉरेंटाइन की कर रहा पालन...

किशन मीणा खेत में रखवाली करने के लिए बनाई गई झोपड़ी के ऊपर रहकर ही 14 दिन बिताने का फैसला लिया है. कोरोना फॉइटर्स में लगे शिक्षकों ने बताया कि किशन का खाना-पीना भी यहीं होता है. ये 16 अप्रैल को ही गांव आया और 1 मई तक आइसोलेशन में हैं.

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बता दें कि किशन अजमेर के किशनगढ़ कस्बे से पैदल आया. किशन ट्रैक्टर ड्राइवर है और घर की माली स्थिति खराब होने की वजह से गांव में सिर्फ एक कच्चा मकान है. इसलिए खेत पर बने मचान में ही क्वॉरेंटाइन पर है. किशन की निगरानी के लिए प्रतिदिन कोरोना फॉइटर्स पीईईओ शोजीराम मीणा, प्रधानाध्यापक शेरपुरा राजेश कुमार मीणा, गणेश कुमार और मेहर बाकरा रोजाना सुबह-शाम एक बार चेक करने जाते हैं.

Last Updated : Apr 22, 2020, 9:19 PM IST
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