भीलवाड़ा. शहर सहित जिले में दिनों दिन झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसी का नजारा शहर में देखने को मिला. यहां एक निजी क्लीनिक के संचालक डॉ. नवीन मीणा द्वारा शहर में मार्केटिंग के काम करने वाले ग्रामीण युवक हेमराज कुम्हार को हल्की बुखार के बाद इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन के बाद बुखार से पीड़ित हेमराज की तबियत अचानक बिगड़ गई.
डॉक्टर नवीन मीणा ने मानवीय संवेदनाओं को भूलते हुए ऑटो से बीमार हेमराज और उसकी पत्नी को भीलवाड़ा शहर के महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाकर उनसे मोबाइल फोन अपने पास ले लिए. यहां उपचार के दौरान बुखार से पीड़ित हेमराज की मौत हो गई. मौत की सूचना पर जिले के शंभूगढ़ थाना क्षेत्र के अंटाली गांव से उनके परिजन जिला अस्पताल पहुंचे. भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन कर आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तारी करने की मांग करने लगे.
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मृतक हेमराज कुम्हारर के पिता मिश्रीलाल ने क्लीनिक के संचालक डॉ. नवीन मीणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मानवीय संवेदना को भुलते हुए उनके लड़के हेमराज के गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. उनके परिवार में कमाने वाला यह लड़का ही था. इससे अब उनके परिवार पर भी संकट आ गया है. उनकी मांग है की डॉक्टर नवीन मीणा को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. नहीं तो वे लोग भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करेंगे.