भीलवाड़ा. जिले में बाल वाहिनी संचालकों व स्कूल संचालकों की शनिवार को जिला परिवहन अधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़ व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह ने बैठक ली. उन्होंने सभी स्कूल में अध्ययनरत बालकों को यातायात के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए. बैठक में पूरे जिले के निजी स्कूलों के प्रिंसिपल एवं ट्रांसपोर्ट प्रबंधकों ने भाग लिया.
बाल वाहिनी समिती के सदस्य सचिव डॉ. वीरेंद्र सिंह राठौड़, जिला परिवहन अधिकारी ने उच्चतम न्यायालय, सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं राजस्थान सरकार स्कूली बच्चों के सुरक्षित परिवहन एवं स्कूल जोन को सुरक्षित बनाये रखने के लिए जारी गाइडलाइन के एक एक बिन्दु की पालना करने का आग्रह किया है. डाॅ. राठौड़ ने 15 से 17 फरवरी को आयोजित सड़क सुरक्षा मेले में सड़क सुरक्षा गतिविधियों में भाग लेने का आग्रह किया. स्कूल बच्चों के वाहनों पर हेल्प लाईन नम्बर 1098 लिखने तथा प्रत्येक वाहन में जीपीएस, स्पीड गर्वनर तथा एबीएस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगाने को कहा गया.
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इसके साथ ही, प्रत्येक छात्र का मोड आफ ट्रांसपोर्ट अवश्य रिकार्ड रखने, स्कूल बसों के ड्राईवर का स्वास्थ्य जांच एवं सड़क सुरक्षा प्रशिक्षण प्रत्येक दो वर्ष में कराने, स्कूल सडक सुरक्षा क्लब की गतिविधियों को बढ़ाने, अभिभावकों की सड़क सुरक्षा कार्यशाला रखने, बिना हेलमेट एवं कम आयु के बच्चों को स्कूल में प्रवेश न देने आदि की हिदायत दी गई. अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी कमलेश शर्मा ने सभी स्कूल प्रबंधकों को कोविड-19 की पालना करने, सभी बसों को दो बार सेनेटाईज करने के साथ राज्य सरकार की ओर से जारी एसओपी की पूर्ण पालना करने का आग्रह किया.
इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जोधा ने कहा की शिक्षक यातायात अनुशासन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. शिक्षक बच्चों से प्रत्येक सप्ताह अपने आने जाने वाले मार्ग पर होने वाली गतिविधियों पर 5 लाईन लिखने की कहें, तो आपको वाहन चालक एवं सड़क की अन्य गतिविधियों का आसानी से पता चल सकेगा.