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भीलवाड़ा में कृषि विभाग का 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य, खाद-बीज की व्यवस्थाएं पूरी - लक्ष्य

भीलवाड़ा जिले में कृषि विभाग ने इस बार 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. अभी तक प्री मानसून की बारिश से 25 फीसदी क्षेत्र में फसल की बुवाई हो चुकी है. अब मानसून शुरू होने के बाद बाकी क्षेत्रों में बुवाई का काम शुरू होगा.

कृषि विभाग का 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य
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Published : Jun 29, 2019, 1:05 PM IST

भीलवाड़ा. प्री मानसून की बरसात के बाद जिले की आसींद, गंगापुर, सहाड़ा और मांडल क्षेत्र में फसलों की बुवाई हो चुकी है. किसानों ने ज्वार, बाजरा, उड़द, तिलहन, कपास और मक्का की फसल की बुवाई की है. वहीं जिले के शाहपुरा, जहाजपुर और मांडलगढ़ क्षेत्र में अभी तक बरसात नहीं होने के कारण बुवाई नहीं हुई है. इस बार कृषि विभाग ने 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. जिसमें से अभी तक 25 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो पाया है. अब मानसून पहुंचने के बाद पूरे जिले में बुवाई होगी.

भीलवाड़ा में कृषि विभाग का 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य, खाद-बीज की व्यवस्थाएं पूरी

जिले में बुवाई को लेकर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. जीएल चावला ने बताया कि जिले में 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें मक्का व बीटी कपास के लिए 40 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य है. जिले में प्री मानसून की बारिश की बाद अबतक 1 लाग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है. अब मानसून शुरू होने पर बाकी क्षेत्रों में बुआई होगी. किसान इस बार ज्वार ,बाजरा, मक्का, उड़द, सोयाबीन, कपास, ग्वार की फसल बो रहे हैं. जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई होती है.

उपनिदेशक ने बताया कि जिले में सभी सहकारी समितियों, निजी दुकानों पर आदान की तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है. साथ ही कृषि पर्यवेक्षक को क्षेत्र में जाकर संबंधित किसानों को समझाने के निर्देश दिए हैं. वहीं जिले में यूरिया, डीएपी कीटनाशक दवाइयां व बीज की कोई कमी नहीं है. अभी हमारे पास 11 हजार 500 मेट्रिक टन यूरिया और 8 हजार 900 टन डीएपी उपलब्ध है. जिससे किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा.

भीलवाड़ा. प्री मानसून की बरसात के बाद जिले की आसींद, गंगापुर, सहाड़ा और मांडल क्षेत्र में फसलों की बुवाई हो चुकी है. किसानों ने ज्वार, बाजरा, उड़द, तिलहन, कपास और मक्का की फसल की बुवाई की है. वहीं जिले के शाहपुरा, जहाजपुर और मांडलगढ़ क्षेत्र में अभी तक बरसात नहीं होने के कारण बुवाई नहीं हुई है. इस बार कृषि विभाग ने 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा है. जिसमें से अभी तक 25 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो पाया है. अब मानसून पहुंचने के बाद पूरे जिले में बुवाई होगी.

भीलवाड़ा में कृषि विभाग का 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य, खाद-बीज की व्यवस्थाएं पूरी

जिले में बुवाई को लेकर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. जीएल चावला ने बताया कि जिले में 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें मक्का व बीटी कपास के लिए 40 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य है. जिले में प्री मानसून की बारिश की बाद अबतक 1 लाग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है. अब मानसून शुरू होने पर बाकी क्षेत्रों में बुआई होगी. किसान इस बार ज्वार ,बाजरा, मक्का, उड़द, सोयाबीन, कपास, ग्वार की फसल बो रहे हैं. जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई होती है.

उपनिदेशक ने बताया कि जिले में सभी सहकारी समितियों, निजी दुकानों पर आदान की तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है. साथ ही कृषि पर्यवेक्षक को क्षेत्र में जाकर संबंधित किसानों को समझाने के निर्देश दिए हैं. वहीं जिले में यूरिया, डीएपी कीटनाशक दवाइयां व बीज की कोई कमी नहीं है. अभी हमारे पास 11 हजार 500 मेट्रिक टन यूरिया और 8 हजार 900 टन डीएपी उपलब्ध है. जिससे किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा.

Intro:भीलवाड़ा - जिले में खरीफ की फसल की बुवाई मानसून समय पर नहीं पहुंचने के कारण अभी तक 25 प्रतिशत क्षेत्र में ही बुआई हो पाई है। जहा कृषि विभाग ने जो बुआई का लक्ष्य रखा गया है उसके 25 प्रतिशत क्षेत्र में ही जिले में अब तक बुवाई हुई है।


Body:भीलवाड़ा जिले में मानसून पूर्व की बरसात के कारण भीलवाड़ा जिले की आसींद, गंगापुर, सहाड़ा और मांडल क्षेत्र में फसलों की बुवाई हो चुकी है । जहां किसानों ने ज्वार , बाजरा ,उड़द ,तिलहन, कपास और मक्का की फसल की बुआई की है । वहीं भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा , जहाजपुर और मांडलगढ़ क्षेत्र में अभी तक बरसात नहीं होने के कारण खरीफ की फसल की बुआई नहीं हुई है । इस बार भीलवाड़ा कृषि विभाग में 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इस बार 25 प्रतिशत लक्ष्य हासिल हो पाया है ।अब मानसून पहुंचने के बाद पूरे जिले में बुआई होगी ।

जिले में बुवाई को लेकर कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ जीएल चावला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि जिले में इस बार 4 लाख 39 हजार हैक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें मक्का व बीटी कपास के लिए 40 हजार हैक्टेयर का लक्ष्य है। इसके मुकाबले अब तक जिले में प्री मानसून की बारिश से 1 लाग 19 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई हो चुकी है। यानी लक्ष्य के 25 प्रतिशत क्षेत्र में बुआई हो चुकी है । क्षेत्र में मानसून पहुंचने पर और जिस क्षेत्र में अभी भी कुछ फसल बोनी है वहा मानसून पहुंचने पर फसलों की बुवाई होगी । किसान इस बार ज्वार ,बाजरा, मक्का ,उड़द, सोयाबीन, कपास ,ग्वार की फसल बो रहे हैं। वहीं भीलवाड़ा जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुआई होती है मानसून पहुंचने पर इस फसल की बुआई होगी। भीलवाड़ा जिले में सभी सहकारी समितियों ,निजी दुकानों पर आदान की तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है ।साथ ही कृषि पर्यवेक्षक को क्षेत्र में जाकर फसल के संबंधित किसानों को समझाने के निर्देश दिए हैं। वहीं आदान की बात करें तो भीलवाड़ा जिले में अभी तक यूरिया डीएपी कीटनाशक दवाइयां व बीज की कोई कमी नहीं है ।भीलवाड़ा में अभी तक 11500 मेट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है वही 8900 टन डीएपी हमारे पास उपलब्ध है जिससे किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़े ।
अब देखना होगा कि मानसून पहुंचने पर खरीफ की फसल की बुवाई के लिए जो भीलवाड़ा कृषि विभाग ने लक्ष्य रखा है वह हासिल हो पाता है या नहीं सोमदत्त त्रिपाठी भीलवाड़ा

बाईट - डां. जी. एल. चावला
कृषि उपनिदेशक , भीलवाड़ा


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