भीलवाड़ा. आषाढ़ सूखा बीतने के बाद सावन के तीसरे दिन जिले में बरसात होने के कारण किसानों के चेहरे पर खुशी झलकने लगी है. भीलवाड़ा कृषि विभाग ने 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा जिसके अनुरूप 80 प्रतिशत क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है.
जिले में खरीफ की फसल की बुवाई हो चुकी है. आषाढ लगभग सूखा गुजरा और सावन में तीसरे दिन बरसात होने से किसानों के चेहरे पर खुशी छलक उठी है. जिले में करीब 80 प्रतिशत बुआई हो चुकी है. जहां किसानों ने इस बार मूंग, उड़द, तिल, ग्वार , ज्वार, बाजरा, मक्का ,सोयाबीन व कपास की फसल की बुवाई की है. कृषि विभाग के सर्वे के अनुसार चित्तौड़गढ़ जिले से सटे कुछ गांव में मक्का की फसल सबसे ज्यादा बोई जाती है.
जिले में बुवाई को लेकर ईटीवी भारत के सामने किसान शंकर लाल शर्मा ने मुखातिब होते हुए कहा कि इस बार हमने सभी तरह की खरीफ की फसल की बुवाई कर दी है. और बुवाई के बाद फसलों की निराई गुड़ाई भी कर दी है. अब हमारे को कुछ बरसात तो हो गई है लेकिन मूसलाधार बरसात की इस फसल में जरूरत है अगर अच्छी बरसात होती है तो हम किसानी काम पर ही आधारित हैं और हमारे को अच्छी उपज मिल सकती है.
वहीं भीलवाड़ा कृषि उपनिदेशक डॉ जी. एल चावला ने ईटीवी भारत से मुखातिब होते हुए कहा कि इस बार जिले में 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ की फसल की बुवाई का लक्ष्य रखा. उसके अनुरूप लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र मे बुवाई हो चुकी है. जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई हुई है. अब किसानों को क्षेत्र में कोई समस्या नहीं हो इसके लिए हमने तमाम जिले के कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देश दिए कि वह फील्ड विजिट कर किसानों को फसल के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश दें.
जिले मे बुवाई हेक्टेयर में
फसल लक्ष्य बुवाई का लक्ष्य अब तक हुई बुवाई
मक्का 1,60,000 1,47,587
ज्वार 50,000 33,737
बाजरा 3,000 2,259
उड़द 75,000 40,005
मूंग 15,000 12,810
मूंगफली 10,000 11,000
तिल 20,000 8,822
सोयाबीन 8,000 4,877
ग्वार 10,000 7,764
कपास 40,000 34200
अन्य 48,000 40,384
कुल योग 4,39,000 3,43,509