भीलवाड़ा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सोमवार एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा कस्बे में पहुंचे. यहां कस्बे में विभिन्न समाज के लोगों ने प्रदेशाध्यक्ष का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया. स्वागत के बाद प्रदेशाध्यक्ष गुलाबपुरा शहर में स्थित गांधी कन्या महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह और शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की.
शपथ ग्रहण समारोह में राजस्थानी वेशभूषा, राजस्थानी व देश गीत प्रस्तुति दी गई. जिसकी पूनिया ने जमकर तारीफ की. समारोह में बालिकाओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज विडंबना है कि प्रधानमंत्री आह्वान करते हैं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आज स्थिति क्या है. पूनिया ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी का अभिनंदन करूंगा कि हरियाणा में प्रधानमंत्री ने आह्वान किया था. उस समय प्रति हजार पर 927 बालिकाएं थी, लेकिन प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद अब प्रति हजार पर 955 बालिकाओं का अनुपात हो गया है. यानी प्रधानमंत्री की बात को देश की जनता ने स्वीकार किया है.
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पूनिया ने कहा कि इन बेटियों की प्रतिभा भी अच्छी है, लेखनी भी अच्छी है ये किसी से कम नहीं है. इनमें वह ताकत है कि 2 घरों का नाम रोशन करती है. प्रधानमंत्री के आह्वान पर देश में तो लिगांनुपात कम हुआ, लेकिन हैदराबाद व राजस्थान के टोंक की घटना को देख कर मन में वेदना व पीड़ा होती है.
कार्यक्रम में सतीश पूनिया ने महाविद्यालय परिसर में ही स्थित विद्यालय से गुजरते हुए एक दूसरी कक्षा में अध्ययनरत बालक से हाथ मिलाया और उससे कुछ बातचीत की. इस दौरान सतीश पूनिया ने उन से पूछा कि आप कौन सी क्लास में पढ़ते हो, तो बालक ने जवाब दिया मैं दूसरी कक्षा में पढ़ता हूं. वहीं आप आगे क्या बनोगे उस पर बालक ने जवाब दिया कि मैं आगे डॉक्टर बनना चाहता हूं. जिस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सतीश पूनिया ने पूछा डॉक्टर क्यों बनना चाहते हो, तो बालक ने प्रदेशाध्यक्ष को जवाब दिया कि उसमें पैसे बहुत मिलते हैं. जिस पर मौजूद भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने हंसी के ठहाके लगाए.
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21वीं सदी का भारत का समाज उनकी इस विकृति से बाहर नहीं आया. मुझे लगता है कि अब इस आव्हान की जरूरत है कि महिला जिस दिन काबिल सक्षम हो जाएगी. उस दिन देश में यह बालिकाओं के साथ दरिंदगी करने वाले दरिंदे दुनिया से भी विदा हो जाएंगे. पुरुष सभ्य समाज को महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी लेनी चाहिए. इससे बढ़िया कुछ भी नहीं हो सकता है. इतना बड़ा देश जहां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंतरिक्ष में महिलाएं छलांग लगा रही है. आप भी हमारी बेटियां उन्हीं दरिंदों को का शिकार हो रही है, जो हमारे लिए चुनौती है.