भीलवाड़ा. देश में कोरोना महामारी से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार कई तरह के प्रयास कर रही है. वहीं प्रदेश में सबसे पहले कोरोना का मामला भीलवाड़ा के निजी चिकित्सालय में ही सामने आया था. जिसके चलते संक्रमण को रोकने के लिए शहर में 20 मार्च से कर्फ्यू और फिर 3 अप्रैल से महा कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसी के साथ जिला कलेक्टर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई तरह के नवाचार कर रहे हैं. जिसके चलते जिले के तमाम सरकारी कार्यालय में सैनिटाइज मशीनें लगाई गई है. कार्यालयों में प्रवेश से पहले अधिकारी, कर्मचारी सहित आमजन को सैनिटाइज मशीन से होकर गुजरना पड़ता है.
ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा शहर के आधा दर्जन से अधिक सरकारी कार्यालय का निरीक्षण किया जहां सभी जगह हाथों से बनाई हुई सैनिटाइजर मशीन लगी हुई है. भीलवाड़ा जिला कलेक्टर कार्यालय, एसपी कार्यालय, जिला परिषद ,कृषि उपज मंडी, महात्मा गांधी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, डाक विभाग सहित आधा दर्जन सरकारी कार्यालय, इन सभी जगहों पर मशीनें लगी हुई है. इन मशीनों से होकर ही इन कार्यालय में कार्यरत अधिकारी कर्मचारी और आमजन को प्रवेश करते हैं.
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बता दें कि वर्तमान में भीलवाड़ा जिले में 28 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे. जिनमें से 26 की रिर्पोट नेगेटिव आने पर उन्हे होम क्वॉरेंटाइन के लिए घर भेज दिया है. वहीं इनमे से दो की मौत हो चुकी है. जिले में हालात और ना बिगड़ें इसलिए प्रशासन यह कदम उठा रहा है.