भीलवाड़ा. प्रदेश में बर्ड फ्लू जैसी गंभीर बीमारी चल रही है. इसका संक्रमण भीलवाड़ा जिले के पशु-पक्षियों में नहीं फैले इसकी रोकथाम के लिए वन विभाग के उप वन संरक्षक ने रैपिड रेस्पांस टीम का गठन किया है, जो भीलवाड़ा जिले के तमाम प्रवासी पक्षी केंद्रों पर नज़र रखेगी.
सर्दी के मौसम की शुरुआत और प्रवासी पक्षियों के देश और विदेश से प्रवास आरंभ होने के मद्देनजर प्रदेश में जिस तरह बर्ड फ्लू की बीमारी चल रही है, उसका प्रकोप भीलवाड़ा जिले में नहीं फैले इसके लिए भीलवाड़ा वन विभाग ने रैपिड रेस्पांस टीम का गठन किया है. भीलवाड़ा जिले में एवीएन इन्फ्लुजा रोग की रोकथाम, बचाव और संरक्षण कार्य में आवश्यकता और सतर्कता बरती जानी है. बर्ड फ्लू रोग के अत्यधिक संक्रामक होने और इसकी जूनोटिक महत्वता और पोल्ट्री व्यवसाय पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के मध्य नजर विभाग अब सतर्क हो गया है.
यह भी पढ़ेंः Bird Flu : प्रदेश में अभी तक 625 पक्षी मरे, 29 में एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि, CM ने दिए सतर्कता बरतने के निर्देश
उप वन संरक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह जागावत ने स्पष्ट तौर पर निर्देश दिए कि तमाम अधिकारी फील्ड में मौजूद रहकर इस पर नजर बनाए रखें. जिससे बर्ड फ्लू जैसी बीमारी भीलवाड़ा जिले में नहीं फैले. वहीं, त्वरित कार्रवाई दल का भी गठन किया गया है, जो प्रभारी जिला रोग निदान केंद्र को रोग सर्वेक्षण कार्य को गति प्रदान करते हुए सैंपल भारत सरकार और एन. आर. डी. डी. एल. जालंधर को भेजे जाएंगे. जिले के समस्त पोल्ट्री फार्म व्यवसाई को भी इस बीमारी से सजग रहने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे उनको किसी प्रकार का आर्थिक नुकसान न हो.