भीलवाड़ा. भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू के श्रमिकों की ओर से केंद्रीय श्रम संगठनों के देशव्यापी भारत बंद आह्वान पर शुक्रवार को भीलवाड़ा के जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद उन्होंने जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
जिसमें उन्होंने 3 कृषि कानून और 44 श्रम कानून को समाप्त करने के साथ ही श्रम सुधार के नाम पर लाए गए चार कानून को वापस लेने की मांग की. वहीं, प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शन कर्ताओं ने लाल कलर के कपड़े पहने हुए थे. जिसमें 14 सूत्री मांगे लिखी गई थी.
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प्रांतीय प्रतिनिधि सीटूके ओमप्रकाश देवानी ने कहा कि पूंजी पतियों, नियोजकों और उद्योगपतियों के पक्ष में जो श्रम सुधार कानून लाए गए हैं. वह श्रमिकों के हितों पर कुठाराघात किया गया है. इसके साथ ही कृषि कानून वापस लेने, बेरोजगारी दूर कर महंगाई पर रोक लगाने और श्रमिकों को न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए करने के साथ श्रम सुधार के नाम पर लाए गए चार कानून को वापस लेने की मांग की गई है.
जिसको लेकर भारत बंद का विभिन्न श्रम संगठनों की ओर से आह्वान देशव्यापी किया गया था. जिसके तहत भीलवाड़ा में भी जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया है. प्रदर्शन के बाद कलेक्टर नकाते को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. जिसमें 14 सूत्रीय मांग रखी गई.