भीलवाड़ा. खुद को सेना का रिटायर्ड कर्नल बताकर युवाओं को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले आरोपी को जिले की गुलाबपुरा थाना पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है. आरोपी अब तक कई युवाओं को अपने जाल में फंसाकर करोड़ों रुपए हड़प चुका है. आरोपी सेना में हवलदार रह चुका है, जिसके खिलाफ भारतीय सेना की ओर से कोर्ट मार्शल किया गया है. आरोपी के खिलाफ अलग-अलग थानों में 14 मामले दर्ज हैं.
चार लोगों की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा : गुलाबपुरा थाने के एएसआई सुंडाराम ने बताया कि सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ तहसील के राजेश कुमार जांगिड़ ने गुलाबपुरा पुलिस स्टेशन में अधेड़ उम्र के प्रेम सिंह बैसला उर्फ छीतर सिंह कर्नल के खिलाफ रिपोर्ट दी थी. उन्होंने बताया कि वो गुलाबपुरा थाना क्षेत्र के आगूचा गांव के पास स्थित बालक नाथ आश्रम में अपने परिवार के साथ आए थे, यहां उनकी मुलाकात आरोपी प्रेम सिंह बैंसला से हुई. आरोपी ने शिक्षक और पटवारी भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा में पास कराकर सरकारी नौकरी दिलवाने का दावा किया और पैसे की मांग की. उसने 72 लाख 50 हजार रुपए की मांग करते हुए परिवार के चार सदस्यों की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया.
पैसे देने से किया इनकार : परिवादी ने बताया कि उन्होंने 35 लाख 75 हजार की एक किस्त और 36 लाख 75 हजार की दूसरी किस्त आरोपी को दे दी, लेकिन जब परीक्षा परिणाम आया तो किसी का सरकारी नौकरी में चयन नहीं हुआ. इसपर उन्होंने आरोपी से पैसे वापस करने की मांग की. आरोपी पहले तो कई दिनों तक बहाना बनाता रहा, लेकिन बाद वो उसने पैसा वापस देने से इनकार कर दिया. इसके बाद परिवादी ने आरोपी प्रेम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और शनिवार को उदयपुर जिले के देलवाड़ा थाना क्षेत्र से आरोपी को पकड़ा और भीलवाड़ा लाया गया.
भारतीय सेना से कोर्ट मार्शल : प्रेम सिंह भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत था. साल 1998 में भारतीय सेना और बैंक में नौकरी लगाने के प्रकरण में चालान होने के साथ ही 2003 में न्यायालय की ओर से सजा याप्त होने की सूचना पर भारतीय सेना की ओर से आरोपी का कोर्ट मार्शल किया गया है. प्रेम सिंह पर वर्ष 2027 तक की सजा है, फिलहाल वो पैरोल पर छूटा था. इस दौरान उसने युवाओं को सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने की योजना बनाई थी.