भीलवाड़ा. शहर में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण और मरीजों के चलते भीलवाड़ा में निजी चिकित्सालय के चिकित्सकों और स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया. साथ ही वनस्थली विद्यापीठ की एक कानून की छात्रा ने पुलिस अधीक्षक को ईमेल भेजकर सुभाष नगर थाने में एफ आई आर दर्ज करवाने की मांग की है.
लॉ छात्रा ने चिकित्सकों के खिलाफ राजस्थान एपेडेमिक एक्ट 1957 और आईपीएस की धारा 269 , 270,182 और सीआरपीएस की धारा 144 के तहत मामला दर्ज करवाया है. पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर ने इसकी जांच सुभाष नगर थाने को सौंपी है. वहीं, जब इस संदर्भ में मीडिया ने पुलिस प्रशासन से बात करनी चाही तो उन्होंने कुछ भी जानकारी देने से इनकार किया.
एफ आई आर दर्ज कराने वाली कानून छात्रा अनुकृति शर्मा ने कहा कि निजी चिकित्सालय की लापरवाही बरतने के कारण रविवार को भीलवाड़ा पूरे प्रदेश में कोरोना मरीजों को लेकर नंबर वन बन गया है. यहां पर 13 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसके कारण शहर में पिछले 3 दिनों से कर्फ्यू चल रहा है.
इसके साथ ही आमजन में भी अब भय व्याप्त हो गया है. इसके कारण रविवार मैंने ईमेल से निजी हॉस्पिटल के लापरवाह चिकित्सकों और स्टाफ के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को ईमेल करके एफ आई आर दर्ज करवाने के लिए लिखा है.
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छात्रा ने कहा कि इन चिकित्सकों ने अपने मेडिकल प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. मैंने चिकित्सकों के खिलाफ आईपीएस की धारा 269, 270, 182 और सी आर पी एस की धारा 144 के तहत मामला दर्ज करवाने की मांग की है. अब देखना ये होगा कि कानून छात्रा की ओर से दर्ज करवाने की मांग को लेकर क्या पुलिस प्रशासन निजी अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज करती है या नहीं.