भीलवाडा. शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्षा पूजा छाबड़ा भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव पहुंचीं. हाल ही में यहां अवैध हथकढ़ शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई थी. छाबड़ा ने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. इस दौरान पूजा छाबड़ा ने पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि इन्हीं की वजह से अवैध शराब की बिक्री हो रही है.
शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा ने भीलवाड़ा जिले के माण्डलगढ़ क्षेत्र के महुआ पंचायत के सारण का खेड़ा गांव में जहरीली शराब पीने से मरे 5 लोगों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान मृतकों के परिवार की महिलाएं राष्ट्रीय अध्यक्ष छाबड़ा के सामने फूट-फूट कर रो पड़ीं और राज्य सरकार से आर्थिक मदद और रोजगार के लिए सहायता की मांग की.
पूजा छाबड़ा ने हथकड़ और जहरीली शराब के कारण हो रही मौतों को लेकर गहरी चिंता जताई. छाबड़ा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में शराब के सेवन से कई लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन सरकार शराब पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है. इससे एक के बाद एक परिवार बर्बाद होते जा रहे हैं.
पढ़ें- धौलपुर में बसई डांग थाना पुलिस ने दो शराब तस्कर दबोचे, भारी मात्रा में शराब जब्त
राष्ट्रीय अध्यक्ष छाबड़ा ने कहा कि नवजीवन योजना भी मात्र कागजों में चल रही है. उस योजना की ग्रामीण क्षेत्र में कोई जानकारी नहीं है. इसको लेकर भी उन्होंने प्रशासन को आड़े हाथों लिया. मृतक परिवार के परिजनों ने मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एवं बीस लाख का मुआवजा देने की मांग पूजा छाबड़ा के सामने रखी. जिस पर छाबड़ा ने यह मांग सरकार तक पहुंचाने का वादा किया.
छाबड़ा ने राज्य सरकार की ओर से मृतक परिवार के परिजनों को दिए गए दो लाख के मुआवजे को फटी चादर में टांका करार दिया. साथ ही प्रशासन पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि प्रदेश गश्त व्यवस्था सही नहीं है. जिससे आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन उन शराब माफियाओं पर लगाम नहीं कस पा रहे हैं जो आमजन के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं. ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण इन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.