भीलवाड़ा. कोटड़ी कस्बा बुधवार को भगवान श्री चारभुजा के जलझूलनी एकादशी को भरने वाले मेले के व्यवस्थाओं में प्रशासन द्वारा रूचि नहीं लेने एवं मेला प्रभारी एसडीएम अंशुल सिंह की मनमानी के खिलाफ बंद रखा गया. कस्बेवासियों ने मंगलवार शाम सार्वजनिक स्थल पर नोटिस चस्पा किया और अपील करते हुए कहा कि कल स्वैच्छिक रूप से कस्बे को बंद रखा जाए. इसके विरोध में बुधवार को समस्त ग्रामवासी मंदिर के पास एकत्रित हुए और कस्बे को बंद रखा.
वहीं कस्बे वासियों ने उपखंड अधिकारी के खिलाफ जिला कलेक्टर को भीलवाड़ा जाकर ज्ञापन देने का निर्णय लिया. जलझूलनी महोत्सव 9 सितंबर को आयोजित होगा, जिसकी तैयारियां 1 माह पूर्व हो जाती है. लेकिन अभी तक उपखंड अधिकारी द्वारा औपचारिकता तौर पर दो बार बैठक लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिए गए. इससे अभी तक किसी प्रकार की व्यवस्था शुरू नहीं हो पाई है. मेले में बिजली और सफाई व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा की जाती है. लेकिन इस बार सरपंच के निलंबन हो जाने से ग्राम पंचायत ने हाथ खड़े कर दिए हैं.
यह भी पढ़ें. केलवाड़ा छात्र संघ चुनाव में बना त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं ग्राम पंचायत सचिव और पंचायत समिति ने भी व्यवस्था से पल्ला झाड़ लिया है. मेले में व्यवस्था बिगड़ने की आशंका से कस्बे वासियों ने बुधवार को कस्बे को बंद रखा. साथ ही दोपहर को मेले में व्यवस्था करवाने की मांग को लेकर समस्त कस्बेवासी भीलवाड़ा पहुंचकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपेंगे.
ं