भीलवाडा. भू-रूपांतरण के नाम पर जिले के मांडल तहसील में कार्यरत बाबू और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को एसीबी ने 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. चित्तौडगढ़ और राजसमन्द की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए माण्डल तहसील के बाबु और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 15 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
बाबु ने यह रिश्वत चांदरास ग्राम में स्थित कृषी भुमि के संपरिवर्तन (कन्वर्जन) करने के एवज में ली थी. एसीबी की टीम आरोपी बाबू और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी से पुछताछ कर रही है. चित्तौडगढ़ एसीबी टीम के पुलिस निरीक्षक शब्बीर खान ने कहा कि 20 जुलाई को चांदरास ग्राम निवासी सत्यनारायण पारीक ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसके गांव में स्थित कृषि भूमि का कन्वर्जन करवाना था. इसके एवज में माण्डल तहसील के बाबू चैनसुख 16 हजार रूपये की रिश्वत मांग रहा है. इस पर रिपोर्ट का सत्यापन करवाया गया तो मामला सही पाया गया.
इस पर बुधवार को बाबू चैनसुख ने पारीक से रूपये लेकर तहसील में आने का कहा. पारीक ने बाबू चैनसुख को 16 हजार रूपये दिए जिस पर बाबू ने उसे 1 हजार रूपये वापस कर दिए. इस दौरान एसीबी ने उसे रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. शब्बीर खान ने यह भी कहा कि मांग सत्यापन बाबू चैनसुख के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मीलाल ने की थी इसके कारण उसे को भी गिरफ्तार किया गया है.