भीलवाड़ा. प्रदेश में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिल गया है. वहीं, नई सरकार के गठन का भी अब प्रदेशवासियों को इंतजार है. इस बीच वस्त्रनगरी भीलवाड़ा के बाशिंदे आखिर नई सरकार से क्या उम्मीद रखते हैं, इस पर उन्होंने खुलकर अपने विचार रखे. जिले के उद्योगपति, किसान, युवा और महिलाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत में अपनी उम्मीदों को जाहिर किया. इन मांगों में किसानों को दिन में बिजली, समय पर खाद बीज मिलने, रोजगार सृजन, सस्ता पेट्रोल-डीजल, महंगाई की दर कम करने जैसी मांगें सामने आईं.
ऑटोपार्ट्स व्यवसायी आशीष राजस्थला ने कहा कि राजस्थान में नई सरकार को बधाई. हम सरकार से उम्मीद करते हैं कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने जनता को जो राहत दी वह भाजपा सरकार कायम रखेगी. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार में प्रशासनिक अधिकारी हावी थे, जिससे आमजन को काफी परेशानियां हुईं. उम्मीद करते हैं कि नई सरकार में अधिकारी जनता के हित में काम करें. साथ ही नई सरकार रोजगार का भी सृजन करे, ताकि युवा बेरोजगार न रहें.
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उद्योग और रिको की कमियां दूर करें : भीलवाड़ा टैक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेम स्वरूप गर्ग ने कहा कि नई सरकार से वस्त्र उद्यमियों को काफी अपेक्षा है. पूर्व सरकार से भी अपेक्षाएं थीं, लेकिन वो पूरी नहीं हो पाई. जल बोर्ड में सदस्यों का नामांकन हो. साथ ही इसके लिए परमिशन केंद्र न देकर राज्य सरकार दें. वहीं भीलवाड़ा में बहुतायत में जल मौजूद है, इसके बावजूद इसका उपयोग नहीं किया जा रहा. दूसरा प्रमुख मुद्दा उद्योग और रिको में सरलीकरण किया जाए. दोनों विभागों में अधिकारी अपने काम को बखूबी अंजाम नहीं देते, उन्हें हटाया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली का बड़ा संकट है. पूर्ववर्ती सरकार ने नौ बार बिजली की रेटें बढाई हैं. नई सरकार बिजली की दरों को कम करें जिससे उद्योगों को राहत मिल सके.
महिला सुरक्षा अहम मुद्दा : ग्रहणियों ने नई सरकार से उम्मीदें लगाई हैं. एक महिला ने कहा कि प्रदेश में महिला और बालिका सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा है. विकास तो अनवरत होते हैं, लेकिन महिलाएं आसानी से प्रदेश में घुम नहीं पा रहीं. कई बार सड़क चलती महिला के साथ गलत व्यवहार किया जाता है. पुलिस भी कार्रवाई नहीं करती. प्रदेश में महिला थाने बढ़ाया जाए. महिला सुरक्षा के कड़े कानून बनें. अपराधियों को सख्त सजा भी मिले. साथ ही, उन्होंने कहा कि रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. महंगाई से राहत देने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए.
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पेट्रोल-डीजल का वेट कम करें : किसान शंकर गुर्जर ने नई सरकार से मांग की है कि खाद और बीज समय पर मिले. साथ ही पेट्रोल-डीजल का वेट कम हो ताकि खलियानों की जुताई में कम पैसे खर्च करना पड़े. किसानों को खेती की बिजली भी रात के बजाय दिन में देनी चाहिए. इस बीच युवा आर. एम.शर्मा ने भी कहा कि नई सरकार से उम्मीद है कि प्रदेश में बेरोजगारी कम करें. युवाओं को रोजगार मिले और पेट्रोल-डीजल के वेट को अन्य राज्यों की तरह कम करें.