भीलवाड़ा. प्रदेश में चल रहे बिजली संकट का खामियाजा वस्त्र उद्यमियों, सहित अन्य इंडस्ट्रीज के (Power Cuts in Bhilwara) मालिकों और मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है. बिजली की कटौती के चलते औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों को मजबूरन घर लौटाना पड़ रहा है. इंडस्ट्री के मालिकों का कहना है कि सरकार को बिजली की कटौती का निश्चित टाइम बाउंड करना चाहिए. इस मामले पर भीलवाड़ा के विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता एस. के. उपाध्याय ने कहा कि जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार कर लिया जाएगा.
भीलवाड़ा विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता एस.के उपाध्याय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान में कोयले की कमी व गर्मी में लोड सेटिंग की वजह से बिजली कटौती हो रही है. जिला स्तर पर सुबह 6:30 से 8:30 बजे तक, नगरपालिका स्तर पर 6:00 से 9:00 बजे तक और इंडस्ट्रियल एरिया में शाम 6:00 से 10:00 बजे तक की कटौती की जा रही है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे में 5 से 6 घंटे की कटौती की जा रही है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह समस्या आ रही है, जिस पर हम प्रयास कर रहे हैं कि धीरे-धीरे इस समस्या का निराकरण हो. उन्होंने कहा कि मैं जिले वासियों से अपील करता हूं कि थोड़े दिन में आपकी समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. बिजली की व्यवस्था को सुचारू करने के लिए हमारी ओर से तमाम जिलों की मॉनिटरिंग के लिए जी. एस.एस. के अधिकारी लगाए गए है, साथ ही स्टाफ को फील्ड में मौजूद रहने के निर्देश भी दिए गए हैं.
घर वापस लौट रहें है मजदूर: जिले में अघोषित विद्युत कटौती को लेकर (electricity cuts are creating unemployment) उधोगपति रमेश इनाणी बिजली विभाग के कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि मेरी इंडस्ट्री भीलवाड़ा जिले के रूपाहेली चौराहे पर स्थित है जिसमें पिछले 8 दिन से महज 3 से 4 घंटा ही बिजली आ रही है. विद्युत कटौती की वजह से फैक्ट्री में काम करने वाले जो मजदूर है उनको हमारी ओर से मजबूरन वापस घर भेज दिया जाता है, क्योंकि मजदूरों को हम पैसा भुगतान नहीं कर सकते हैं. जब हमारा प्लांट चलेगा तब ही मजदूरों को रोजगार दे पाएंगे. उन्होंने कहा हम सरकार और विभाग से मांग करते हैं कि बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द सुचारू करें.