भीलवाड़ा. कोटा-उदयपुर रेंज के जेल उप महानिरीक्षक कैलाश त्रिवेदी बुधवार को (Annual inspection of Bhilwara District Jail) भीलवाड़ा जिला कारागृह में वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे. यहां उन्होंने जेल में बंदियों से रहन-सहन, खान-पान के बारे में जानकारी ली. साथ ही उन्होंने कारागृह में बंदियों को कोई दिक्कत नहीं होने और सुरक्षा की भी माकूल व्यवस्था को सुनिश्चित किया. जिला कारागृह का निरीक्षण करने के बाद जेल उपाधीक्षक भैरू सिंह राठौड़ व अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ली.
प्रेस से मुखातिब होते हुए जेल उप महानिरीक्षक कैलाश त्रिवेदी ने बताया कि आज भीलवाड़ा जिला कारागृह का एनुअल फंक्शन था. यहां की सुरक्षा व्यवस्था अच्छी है. जेल कारागृह के बाहर की सिक्योरिटी आरएसी व इंसाइड जेल सिक्योरिटी है. जो सुविधा गवर्नमेंट ने उपलब्ध करवाई है वह जेल में संचालित हैं. आज मैने निरीक्षण के दौरान बंदियों से व्यक्तिगत रूप से बात भी की. यहां का स्टाफ अच्छा काम कर रहा है. राजस्थान की जेलों में बड़ा नवाचार हुआ है.
पहले जेलों में अमूमन यह शिकायत आती थी कि बंदियों को जो खाना मिलता है वो अच्छी (Arrangements of Bhilwara District Jail) क्वालिटी का नहीं होता है. लेकिन हमारे जेल डीजीपी ने जेल में बंदियों को खाने के लिए ड्राई राशन राजस्थान उपभोक्ता संघ से खरीदा जा रहा है. अब यह शिकायत दूर हुई है. वहीं कारागृह के अंदर उपभोक्ता कैंटीन चालू है जिसमें प्रत्येक बंदी का अकाउंट है जो शेड्यूल लिस्ट के अनुसार अपना सामान ले सकता है. पूरे स्टेट में इंटरव्यू व वीसी सिस्टम से पेशियां हो रही हैं जिससे हार्डकोर क्रिमिनल बाहर नहीं जा सकें.
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जेलों में काफी गैंग सक्रिय : कैलाश त्रिवेदी ने कहा कि लॉरेंस गैंग हाई सिक्योरिटी जेल अजमेर में थी. उनकी हाई सिक्योरिटी थी. राजस्थान की जेल हिंदुस्तान की जेलों में सबसे अच्छी कंडीशन में है और बहुत अच्छा काम कर रही है. कैदियों की संख्या बढ़ती जा रही है. ये केवल राजस्थान की समस्या नहीं, पूरे भारत की समस्या है. जिस अनुपात में स्टाफ की बढ़ोतरी होनी चाहिए वह भी हो रही है. जेल में वर्तमान में 1 बैरिक की रिपेयरिंग चल रही है.
वहीं जेल में खाली पदों के सवाल पर कैलाश त्रिवेदी ने कहा कि लगातार भर्तियां हो रही हैं. भीलवाड़ा जेल को बाहर स्थानांतरित करने के सवाल पर उपमहा निरीक्षक ने कहा कि कारागृह स्थानांतरण के लिए जमीन आवंटित हो चुकी है. 1 करोड़ 44 लाख रुपए की बाउंड्री वॉल का एस्टीमेट आया. इसे हेड क्वार्टर में भेजा गया है.